जोमैटो के स्वामित्व वाली क्विक कॉमर्स फर्म ब्लिंकइट का निहित मूल्य अब उसके मुख्य फूड डिलिवरी कारोबार से ज्यादा है। गोल्डमैन सैक्स के विश्लेषकों ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। जोमैटो के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी दीपिंदर गोयल पिछली कुछ तिमाहियों से इस बात का संकेत दे रहे थे कि क्विक कॉमर्स कारोबार मुख्य फूड डिलिवरी कारोबार से आगे निकलने के लिए पूरी तरह तैयार है।
गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट में कहा गया है ‘हम गौर कर रहे हैं कि जोमैटो के हमारे ‘सम ऑफ द पार्ट्स’ (एसओटीपी – विभिन्न सहायक कंपनियों या कारोबारों का आकलन और कुल योग) में ब्लिंकइट का मूल्यांकन अब 13 अरब डॉलर है जबकि मार्च 2023 में यह दो अरब डॉलर था। उसका प्रति शेयर 119 रुपये का निहित मूल्य पहली बार फूड डिलिवरी के 98 रुपये की तुलना में अधिक है।’ फिलहाल जोमैटो का बाजार पूंजीकरण लगभग 20 अरब डॉलर है।
गोल्डमैन सैक्स के अनुसार जोमैटो का फूड डिलिवरी एबिटा मार्जिन पहले ही वैश्विक फूड डिलिवरी प्लेटफार्मों में सबसे ज्यादा है और क्विक कॉमर्स में भी ऐसा ही होने की उम्मीद है। निवेश बैंक ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2024-27 के बीच ब्लिंकइट का सकल ऑर्डर मूल्य (जीओवी) 53 प्रतिशत चक्रवृद्धि की दर से बढ़ेगा। उसने कहा कि ब्लिंकइट के सकल ऑर्डर मूल्य की वृद्धि के साथ-साथ मार्जिन में सुधार भी लगातार उम्मीदों से अधिक हो रहा है।
इसमें कहा गया है ‘अब हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2029 तक ब्लिंकइट का जीओवी और एबिटा फूड डिलिवरी से अधिक रहेगा।’
साल 2022 में 56.8 करोड़ डॉलर के पूरी तरह शेयरों पर आधारित सौदे के जरिये फूड डिलिवरी क्षेत्र की दिग्गज ने ब्लिंकइट (अतीत में ग्रोफर्स) का अधिग्रहण किया था। इस अधिग्रहण से पहले कंपनी का मूल्य कथित तौर पर लगभग 80 करोड़ डॉलर था। तब ब्लिंकइट का मूल्यांकन एक अरब डॉलर से कम हो गया था।
किसी समय नकदी से लबालब रहने वाले कारोबार ब्लिंकइट ने तब से अपनी वित्तीय सेहत बेहतर बनाने की दिशा में प्रगति की है। 13 अरब डॉलर का मूल्यांकन मौजूदा भागीदारों में सबसे ज्यादा है। मिसाल के तौर पर साल 2023 में 20 करोड़ डॉलर की धनराशि जुटाने के बाद जेप्टो का मूल्यांकन 1.4 अरब डॉलर था।
सूत्रों के अनुसार 30 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए बातचीत कर रही कंपनी का मूल्य 2.5 अरब डॉलर से लेकर तीन अरब डॉलर तक हो जाएगा। स्विगी के इंस्टामार्ट के मूल्यांकन का पता नहीं लग पाया है।
गोल्डमैन सैक्स के अनुसार बड़े असंगठित किराना क्षेत्र, शहरी क्षेत्रों में जनसंख्या का अधिक घनत्व तथा औसत ऑर्डर मूल्यों के लिए डिलिवरी लागत का अनुकूल अनुपात जैसे कारकों के कारण भारतीय क्विक कॉमर्स बाजार वृद्धि के लिए तैयार है।