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भारत में Apple iPhones की बिक्री ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है! वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) के पहले नौ महीनों में इन फोन्स की बिक्री से 1.62 लाख करोड़ रुपये (1.62 ट्रिलियन रुपये) का रेवेन्यू हुआ। यह आंकड़ा देश की दिग्गज मैन्युफैक्चरिंग कंपनी टाटा स्टील के कुल रेवेन्यू के बराबर है, जिसका इसी अवधि में रेवेन्यू 1.62 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया।
भारत में मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में केवल टाटा मोटर्स ने इससे ज्यादा कमाई की। टाटा मोटर्स का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू (जिसमें Jaguar Land Rover – JLR भी शामिल है) 3.23 लाख करोड़ रुपये रहा। हालांकि, अगर सिर्फ टाटा मोटर्स (Standalone) की बात करें, तो इसका रेवेन्यू 49,420 करोड़ रुपये रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात से पहले, Apple Inc का भारत में iPhone उत्पादन उम्मीद से ज्यादा बढ़ गया है। यह सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना की सफलता का बड़ा उदाहरण बन गया है। महज चार साल में भारत फोन आयात करने वाले देश से एक्सपोर्ट हब में बदल गया है। हालांकि, इस मामले में Apple की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली।
Apple के iPhone प्रोडक्शन का मूल्य 1.15 लाख करोड़ रुपये (FOB वैल्यू) आंका गया है। यह वह कीमत होती है, जिसमें फैक्ट्री से सामान निकलने तक का खर्च और एक्सपोर्ट के लिए लोडिंग शामिल होती है। Apple के कुल प्रोडक्शन का 70% हिस्सा एक्सपोर्ट किया गया, जिसे Foxconn, Tata Electronics और Pegatron (जिसे हाल ही में Tata ने खरीदा है) जैसी कंपनियों ने असेंबल किया।
अन्य बड़ी कंपनियों के मुकाबले Apple का प्रोडक्शन वैल्यू भी मजबूत दिखा। JSW Steel ने 9 महीने की अवधि में 1.24 लाख करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जबकि Mahindra & Mahindra (M&M) का रेवेन्यू 1.16 लाख करोड़ रुपये रहा।
Apple के iPhone की बिक्री से होने वाला FOB (Free on Board) वैल्यू के आधार पर रेवेन्यू अब महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) के कुल मार्केट रेवेन्यू के करीब पहुंच गया है। इतना ही नहीं, यह Vedanta, Maruti Suzuki, Hyundai Motor India जैसी कंपनियों के मार्केट रेवेन्यू को भी पीछे छोड़ चुका है।
लेकिन यह आंकड़ा सिर्फ iPhone की सेल्स से जुड़ा है। इसमें Apple के दूसरे प्रोडक्ट्स की भारत में बिक्री शामिल नहीं है, जिसका अनुमानित रेवेन्यू FY25 में 35,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
साथ ही, यह अन्य Apple प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट को भी कवर नहीं करता, जो भारत में अलग-अलग वेंडर्स द्वारा बनाए जाते हैं। इनमें Jabil (जो AirPods के इनक्लोजर एक्सपोर्ट करता है), Tata Electronics (जो iPhone के पार्ट्स बनाता है) और Salcomp व Aequs जैसे सप्लायर्स शामिल हैं, जो Apple के लिए कंपोनेंट्स बनाकर एक्सपोर्ट करते हैं।
नोट- वेदांता, जिसकी कुल आय ₹1,12,513 करोड़ है, खनन क्षेत्र की कंपनी है और कुछ मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस भी करती है।
Source: Business Standard Research