एंटनी वेस्ट हैंडलिंग सेल का शेयर शुक्रवार को शेयर बाजार में पहले दिन अच्छी तेजी दर्ज करने में सफल रहा। कंपनी का शेयर 430 रुपये पर सूचीबद्घ हुआ, जो उसके निर्गम भाव से 36 प्रतिशत ऊपर है। शेयर आखिर में 407 रुपये पर बंद हुआ, जो उसके निर्गम भाव से 29 प्रतिशत की तेजी है। सूचीबद्घता के बाद कंपनी का बाजार पूंजीकरण 1,152 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी ने धीमी प्रतिक्रिया की वजह से अपना आईपीओ वापस लेने के 9 महीने बाद बाजार में शानदार प्रवेश किया है। इस आईपीओ को मांग के मुकाबले 15 गुना का आवेदन मिले थे। हालांकि सभी तीन श्रेणियों में मांग मजबूत थी, लेकिन यह दिसंबर में अन्य आईपीओ की तरह बहुत ज्यादा आकर्षण हासिल नहीं कर सका है।
कंपनी ने इस राशि का इस्तेमाल पिंपरी चिंचवाड में अपनी परियोजना के वित्त पोषण पर करने की योजना बनाई है और वह इसके तहत सहायक इकाइयों एजी एनवायरो और एएलईएसपीएल में निवेश करेगी।
कंपनी भारतीय म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट (एमएसडब्ल्यू) प्रबंधन उद्योग में प्रमुख पांच कंपनियों में से एक है और खासकर भारतीय नगर निकायों की जरूरतें पूरी करती है। वह मुख्य तौर पर ऐसी परियोजनाएं चलाती है जो परिवारों, झुग्गी बस्तियों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और अन्य बल्क-वेस्ट जेनरेटरों से संग्रह से जुड़ी हों। उसकी यंत्रीकृत सफाई परियोजनाएं स्वीपिंग पावर मशीनों, मानव श्रम, और कचरे के सुरक्षित निपटान से जुड़ी हुई हैं।
एंटनी वेस्ट हैंडलिंग सेल ने वित्त वर्ष में 62 करोड़ रुपये और 30 सितंबर 2020 को समाप्त 6 महीने में 29 करोड़ रुपये का कर-बाद लाभ (पीएटी) दर्ज किया। कुछ विश्लेषकों ने कंपनी की नगर निकायों पर तेजी से बढ़ती निर्भरता, घटते आरओई (पूंजी पर प्रतिफल) आदि को लेकर चिंताएं जताई थीं।