तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एमेजॉन ने आज कहा कि अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता को देखते हुए वह दुनिया भर में अपने 18,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी करेगी। छंटनी की यह संख्या पहले के अनुमान से करीब 80 फीसदी अधिक है।
एमेजॉन के भारत में करीब 10,000 कर्मचारी हैं और इन पर छंटनी का असर दिख सकता है। जिन कर्मचारियों को निकाला जाना है, उन्हें कंपनी 18 जनवरी से सूचित करना शुरू करेगी।
एमेजॉन के मुख्य कार्याधिकारी एंडी जेसी ने कर्मचारियों को बताया कि छंटनी कंपनी की परिचालन योजना की सालाना समीक्षा का हिस्सा है। छंटनी का असर कंपनी के विभिन्न विभागों पर पड़ेगा, लेकिन सबसे ज्यादा छंटनी एमेजॉन स्टोर्स और पीएक्सटी संगठन में की जाएगी।
पूरी दुनिया में एमेजॉन के करीब 3 लाख कर्मचारी
पूरी दुनिया में एमेजॉन के करीब 3 लाख कर्मचारी हैं और इनमें से करीब 6 फीसदी की छंटनी होगी। कंपनी ने कड़ा मुकाबला देखते हुए हाल में प्रतिभाओं को अपने साथ जोड़ने के लिए मूल वेतन दोगुना कर दिया था।
जेसी ने कहा, ‘अनिश्चित अर्थव्यवस्था को देखते हुए इस वर्ष की समीक्षा अधिक कठिन रही है और हमने पिछले कई वर्षों में बड़े पैमाने पर भर्तियां की थीं।
एमेजॉन के मुख्य कार्याधिकारी एंडी जेसी ने कहा, ‘नवंबर में हमने अपने डिवाइस और किताबों के व्यवसायों में कई पद समाप्त करने के कठिन निर्णय की सूचना दी थी और पीपल, एक्सपीरियंस तथा टेक्नोलॉजी (पीएक्सटी) संगठन में कुछ कर्मचारियों को स्वेच्छा से नौकरी छोड़ने के लिए कहा था।’
इस घोषणा से पता चलता है कि कैसे तकनीकी कंपनियां एक के बाद एक छंटनी कर रही हैं। मेटा, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, सेल्सफोर्स, स्ट्राइप और ट्विटर ने भी पिछले साल बड़ी संख्या में कर्मचारी घटाने की घोषणा की थी। एमेजॉन इंडिया ने इस साल के अंत तक वितरण, फूड डिलिवरी और एडटेक इकाई सहित कई कारोबार बंद करने का भी निर्णय लिया है।
सूत्रों ने कहा कि नवंबर में जब कंपनी ने पहली बार छंटनी की घोषणा की थी तब आशंका जताई गई थी कि भारत में 200 से 300 कर्मचारी इससे प्रभावित हो सकते हैं। मगर यह भी माना गया था कि अधिकतर कर्मचारियों को दूसरे कारोबार में डालने का प्रयास किया जाएगा और केवल उन्हें कंपनी से निकाला जाएगा, जिन्हें कहीं और नहीं रखा जा सकता।
एमेजॉन की वितरण इकाई का परिचालन बेंगलूरु, मैसूरु और हुबली से किया जाता है और इसमें करीब 50 कर्मचारी कार्यरत हैं। एडटेक और फूड डिलिवरी इकाई में काम करने वाले करीब 25 कर्मचारियों को दूसरी जगहों पर रखा गया है।
एमेजॉन इंडिया के उपाध्यक्ष और कंट्री मैनेजर – उपभोक्ता कारोबार मनीष तिवारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को दिसंबर में बताया था कि कंपनी भारत में भर्तियों पर और बाजार में बुनियादी ढांचा तैयार करने के लिए निवेश जारी रखेगी।