Q1 Results: देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा प्रदाता भारती एयरटेल ने अप्रैल-जून 2025-26 की अवधि के दौरान समेकित शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 5,948 करोड़ रुपये हो गया। इस अवधि में कंपनी का समेकित राजस्व सालाना आधार पर 28.4 प्रतिशत बढ़कर 49,463 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी का प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) एक साल पहले की अवधि में दर्ज 211 रुपये की तुलना में बढ़कर 250 रुपये हो गया। एआरपीयू दूरसंचार कंपनी की वृद्धि का महत्त्वपूर्ण संकेतक होता है। भारती एयरटेल के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गोपाल विट्टल ने कहा, ‘हमने लगातार वृद्धि की एक और तिमाही दर्ज की जिसमें समेकित राजस्व 49,463 करोड़ रुपये रहा और तिमाही आधार पर इसमें 3.3 प्रतिशत का इजाफा हुआ।’
कंपनी के होम कारोबार (घरों में दी जाने वाली दूरसंचार-डिजिटल सेवा) में सालाना आधार पर 25.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसे मुख्य रूप से नए ग्राहकों के जुड़ने से बढ़ावा मिला। इस बीच कंपनी के फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस नेटवर्क के विस्तार के की वजह से 9,39,000 ग्राहक जुड़े। कुल मिलाकर कंपनी के होम कारोबार में अब 1.1 करोड़ उपयोगकर्ता हैं।
हैदराबाद की ग्लैंड फार्मा ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के दौरान अपने समेकित शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 50 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 215 करोड़ रुपये हो गया। परिचालनगत राजस्व भी सालाना आधार पर 7 प्रतिशत तक बढ़कर 1,505 करोड़ रुपये हो गया। उसके मुख्य कारोबार में यह इजाफा दमदार प्रदर्शन तथा सेनेक्सी के सफल कायाकल्प की वजह से हुआ। सेनेक्सी स्टेराइल इंजेक्शन और लाइओफिलाइज्ड दवा उत्पादों में विशेषज्ञता रखने वाली फ्रांसीसी फार्मास्युटिकल सीडीएमओ कंपनी है। ग्लैंड फार्मा ने साल 2023 में इसका अधिग्रहण किया था। तिमाही आधार पर कंपनी के शुद्ध लाभ में 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ और राजस्व भी 6 प्रतिशत बढ़ा।
ग्लैंड फार्मा के कार्यकारी चेयरमैन श्रीनिवास सादु ने कहा, ‘इस साल राजस्व वृद्धि और लाभ में उछाल के साथ हमारी शुरुआत सकारात्मक रही है। हमारी रणनीतिक प्राथमिकताएं आगे बढ़ रही हैं।’
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निजी क्षेत्र की प्रमुख बिजली कंपनी टॉरंट पावर का चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 25 प्रतिशत से अधिक घटकर 741.58 करोड़ रुपये रहा। इसके पीछे मुख्य कारण बिजली की मांग में कमी से उसका राजस्व घटना है। कंपनी ने एक साल पहले इसी अवधि में 996.34 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ दर्ज किया था। कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में उसकी कुल आय घटकर 8,011.04 करोड़ रुपये रह गई, जो एक
साल पहले इसी अवधि में 9,110.02 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने कहा कि उसका कारोबार मजबूत बना हुआ है लेकिन मॉनसून के जल्द आने से बिजली की कम मांग और गैस की ऊंची कीमतों के कारण तिमाही में उसका प्रदर्शन विशेष रूप से प्रभावित हुआ।
केपीआई ग्रीन एनर्जी का अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ 68 प्रतिशत बढ़कर 111.32 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के बयान के अनुसार पिछले साल इसी तिमाही में मुनाफा 66.11 करोड़ रुपये रहा था। मुनाफे में निरंतर विस्तार और वित्तीय क्षेत्र की व्यवस्थित कार्य प्रणाली से इसमें सालाना आधार पर 68 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। केपीआई ग्रीन एनर्जी का समीक्षाधीन अवधि में कुल राजस्व 614.12 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के 349.85 करोड़ रुपये से 75 प्रतिशत अधिक है। यह परियोजना निष्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि और सौर एवं हाइब्रिड खंड के ऑर्डर में निरंतर गति को दर्शाता है। वहीं कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए चार प्रतिशत यानी पांच रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक शेयर पर 0.20 रुपये (केवल 20 पैसे) का पहला अंतरिम लाभांश घोषित करने को मंजूरी दी है।
बर्जर पेंट्स इंडिया का चालू वित्त वर्ष (2025-26) की जून तिमाही का एकीकृत शुद्ध मुनाफा 11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 315 करोड़ रुपये रहा है। बर्जर पेंट्स इंडिया ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी। कंपनी ने एक साल पहले अप्रैल-जून की अवधि में 354 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। हालांकि, तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन राजस्व बढ़कर 3,200.76 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 3,091.01 करोड़ रुपये था। जून तिमाही में कंपनी का कुल व्यय 4.11 प्रतिशत बढ़कर 2,780.81 करोड़ रुपये रहा। कुल आय, जिसमें अन्य आय भी शामिल है, 3,229.22 करोड़ रुपये रही, जो सालाना आधार पर 3.25 प्रतिशत अधिक है।
एचटी मीडिया लिमिटेड ने मंगलवार को कहा कि प्रिंट एवं डिजिटल कारोबार में वृद्धि के दम पर वित्त वर्ष 2025-26 की जून तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध घाटा कम होकर 11.37 करोड़ रुपये रह गया।
भारत की सबसे बड़ी बंदरगाह परिचालक अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) का लाभ जून तिमाही में सालाना आधार पर 6.5 फीसदी बढ़कर 3,315 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने जून तिमाही में 12.1 करोड़ टन माल ढुलाई का प्रबंधन किया जबकि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में यह आंकड़ा 10.9 करोड़ टन था। कंटेनर कार्गो में सालाना 19 फीसदी की वृद्धि की मदद से कंपनी यह आंकड़ा दर्ज करने में सफल रही। माल ढुलाई में वृद्धि में मददगार अन्य कारकों में कोलंबो वेस्ट इंटरनैशनल टर्मिनल में परिचालन की शुरुआत और धामरा बंदरगाह में नई निर्यात सुविधा शामिल हैं। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में एपीएसईजेड का परिचालन से राजस्व 9,126.14 करोड़ रुपये रहा। यह सालाना आधार पर 31.19 फीसदी अधिक है। कंपनी का लॉजिस्टिक व्यवसाय से राजस्व सालाना आधार पर दोगुना बढ़कर 1,169 करोड़ रुपये हो गया जो वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 571 करोड़ रुपये था। कंपनी का समुद्री कारोबार से राजस्व वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के 188 करोड़ रुपये से 2.9 गुना बढ़कर 541 करोड़ रुपये हो गया। एपीएसईजेड का राजस्व ब्लूमबर्ग विश्लेषकों के 8,455.31 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक रहा।
जून तिमाही में एपीएसईजेड का एबिटा 5,495 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 13 फीसदी की वृद्धि है। पूरे वित्त वर्ष 2026 के लिए कंपनी ने 36,000-38,000 करोड़ रुपये के राजस्व, 21,000-22,000 करोड़ रुपये के एबिटा और 11,000-12,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च का अनुमान जताया है।