प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने दूरसंचार उपकरण बनाने वाली प्रमुख कंपनी नोकिया को 4जी और 5जी उपकरण बनाने के लिए कई वर्षों के लिए कई अरब डॉलर का ठेका दिया है। इन उपकरणों को देश के विभिन्न राज्यों और शहरों में लगाया जाएगा। दोनों कंपनियों ने आज इसकी घोषणा की।
देश में 5जी उपकरणों के लिए अगस्त 2022 में ऑर्डरों की घोषणा की थी। उसके बाद कंपनी द्वारा किया गया यह पहला महत्त्वपूर्ण सोर्सिंग अनुबंध है। उधर, रिलायंस जियो भी दूरसंचार गियर खरीदारी की घोषणा कर सकती है।
इस बीच, वोडाफोन आइडिया (वी) ने सितंबर में नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग जैसी प्रमुख वैश्विक दूरसंचार उपकरण विनिर्माताओं को तीन साल के लिए 3.6 अरब डॉलर के नेटवर्क उपकरणों के ऑर्डर देने की घोषणा की थी। उद्योग के आंतरिक सूत्रों ने कहा कि इन सौदों से भारतीय दूरसंचार बाजार में पूंजी निवेश की उम्मीदें बढ़ गई हैं जहां 5जी सेवाओं की शुरुआत के बाद पिछले दो साल से कोई बड़ा पूंजीगत निवेश नहीं दिखा है।
ताजा सौदे के तहत एयरटेल नोकिया के जिन 5जी उपकरणों को लगाएगी उनमें उसके 5जी एयरस्केल पोर्टफोलियो के बेस स्टेशन से लेकर बेसबैंड यूनिट एवं रेडियो शामिल हैं।
एयरटेल ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा है, ‘नोकिया अपने मल्टीबैंड रेडियो और बेसबैंड उपकरणों के साथ एयरटेल के मौजूदा 4जी नेटवर्क को आधुनिक बनाएगी जो 5जी के लिए भी उपयुक्त होगा।’
एयरटेल ने कहा कि कंपनी नेटवर्क की बेहतर निगरानी एवं प्रबंधन के लिए नोकिया के मंटारे नेटवर्क मैनेजमेंट का भी फायदा उठाएगी। इसमें एआई आधारित टूल्स कवरिंग डिजिटल डेप्लॉयमेंट, ऑप्टिमाइजेशन ऐंड टेक्निकल सपोर्ट का उपयोग किया जाता है। कंपनी अब 4जी क्षमता में निवेश नहीं कर रही है। वह उन बाजारों में 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए काम कर रही है जहां उसे मोबाइल फोन और फिक्स्ड वायरलेस ऐक्सेस पर 5जी की मांग दिख रही है।
भारती एयरटेल के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक गोपाल विट्ठल ने कहा, ‘नोकिया के साथ यह रणनीतिक साझेदारी हमारे नेटवर्क बुनियादी ढांचे को भविष्य के लिए सुरक्षित बनाएगी। साथ ही यह उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव प्रदान करेगी और ऐसा नेटवर्क उपलब्ध कराएगी जो पर्यावरण के अनुकूल होगा।’
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में एयरटेल पूंजीगत व्यय मद में 13,061 करोड़ रुपये पहले ही खर्च कर चुकी है। वित वर्ष 2024 में कंपनी का पूंजीगत व्यय 33,353 करोड़ रुपये रहा था जो वित्त वर्ष 2023 के 28,057 करोड़ रुपये से अधिक था।