स्थायी व अक्षय ऊर्जा में अहम निवेश का वादा करते हुए अदाणी समूह ने कहा है कि वह 25 गीगावॉट बिजली उत्पादन का अपना लक्ष्य समय से चार साल पहले पूरा करने में कामयाब रहा है, जिसकी वजह इस साल सॉफ्टबैंक के स्वामित्व वाली एसबी एनर्जी का अधिग्रहण है।
अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयरधारकों को लिखे पत्र में समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि समूह ने विश्व की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा शक्ति बनने के भारत के लक्ष्य से जुडऩे का फैसला किया है और खुद के लिए विश्व की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा उत्पादक बनने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने कहा, मैंने फैसला लिया है कि भविष्य में समूह के होने वाले निवेश का अहम हिस्सा निश्चित तौर पर स्थायी व अक्षय ऊर्जा पर केंद्रित होना चाहिए।
इस साल 22 जनवरी को समूह ने साल 2025 तक विश्व की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा उत्पाद बनने के विजन का ऐलान किया था और कहा था कि वह साल 2030 तक विश्व की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनी बनेगी। अदाणी ने कहा, मैंने 2020 में दावोस में कहा था कि हम साल 2025 तक 25 गीगावॉट क्षमता बनाएंगे और दुनिया की सबसे बड़ी सौर उत्पादक कंपनी बन जाएंगे। जनवरी 2020 में अक्षय ऊर्जा का हमारा पोर्टफोलियो महज 2.5 मेगावॉट का था। जनवरी 2020 के बाद से हमने तेजी से कदम बढ़ाए और हमारा ध्यान वैसा संगठन बनाने पर है जो अगले दशक में हर साल 5 मेगावॉट स्वच्छ ऊर्जा जोड़े।
2020 की दूसरी तिमाही में समूह ने दुनिया की सबसे बड़ी सौर निविदा हासिल की जब सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने समूह को 8 गीगावॉट प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के जरिए दी। 2020 की तीसरी तिमाही में मेरकॉम ने खबर दी कि समूह दुनिया का सबसे बड़ा सौर बिजली डेवलपर बन गया है। उन्होंंने कहा, हम साल 2019 के छठे पायदान से साल 2020 में पहले पायदान पर आ गए, यानी नौ महीने की अवधि में।