विवादों से घिरे अदाणी समूह को एक और झटका लगा है। दिग्गज फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी जेपी मॉर्गन (JPMorgan) की एसेट मैनेजमेंट यूनिट ने अदाणी ग्रुप में ESG फंड के जरिए किए अपने निवेश को बेच दिया है।
गौरतलब है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से ही अदाणी ग्रुप के शेयरों में पिछले एक महीने से लगातार गिरावट देखी जा रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेपी मॉर्गन की एसेट मैनेजमेंट यूनिट ने अदाणी ग्रुप की कंपनी एसीसी (ACC) लिमिटेड के 70,000 शेयर बेचे हैं।
जेपी मॉर्गन ने यह निवेश मई 2021 में किया था। हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ब्लैकरॉक इंक, डॉएचे बैंक एजी की फंड मैनेजमेंट यूनिट, डीडब्ल्यूएस ग्रुप जैसे कई बड़े इनवेस्टमेंट फर्म ने अभी भी अदाणी के शेयरों में ईएसजी फंड्स में निवेश जारी रखा है, जो MSCI की ओर से दिए इंडेक्सों को ट्रैक करता है।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, JPMorgan के एक और फंड ने ACC में करीब 1,350 शेयर बेचे हैं, जिसमें उसने पिछले साल निवेश किया था। ब्लूमबर्ग के आंकड़ो से पता चलता है कि जेपी मॉर्गन, जिसकी कभी एसीसी में 0.04 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, अब ईएसजी फंड के जरिए अदाणी ग्रुप के किसी भी कंपनी में कोई निवेश नहीं रखा है।
जेपी मॉर्गन ईएसजी ग्लोबल कॉर्पोरेट इंडेक्स (JESG GCI) एक इंटीग्रेटेड इनवायरमेंटल, सोशल और गवर्नेंस (ESG) कॉर्पोरेट बेंचमार्क है जो निवेश ग्रेड और अधिर रिटर्न वाले बाजारों को कवर करता है। हालांकि जेपी मॉर्गन ने गैर-ESG फंड के जरिए अदाणी ग्रुप के शेयरों में अभी भी निवेश जारी रखा है। तीन हफ्ते पहले ही JP Morgan ने एक नोट में कहा था कि अदाणी ग्रुप तमाम आरोपों और विवादों के बावजूद CEMBI, JACI और JESG इंडेक्सों के लिए योग्य हैं”