फूड एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म Zomato ने सोमवार को एक ट्वीट कर कहा कि शुक्रवार से उसके 72 फीसदी कैश ऑन डिलिवरी (CoD) ऑर्डर का भुगतान ग्राहकों ने 2,000 रुपये के नोट देकर किए हैं। यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा प्रचलन से 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने की घोषणा के दो दिन बाद आया है।
हालांकि, कंपनी से जुड़े एक करीबी सूत्र ने कहा कि यह कदम महज एक मार्केटिंग रणनीति थी और साझा किए गए आंकड़े का कोई तथ्यात्मक आधार भी नहीं था।
सूत्र ने कहा, ‘जोमैटो की मार्केटिंग टीम आए दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मजाकिया पोस्ट करती रहती है। ट्वीट में दर्शाये गए आंकड़े मनमाने हैं और इनका कोई तथ्यात्मक आधार भी नहीं है। इसे एक मीम के तौर पर ट्वीट किया गया था।’
हालांकि, जोमैटो से इस बारे में पूछे जाने पर उसने तत्काल कोई जवाब नहीं दिया।
रिजर्व बैंक ने साल 2018-19 में ही 2,000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी। उसने कहा कि प्रचलन में मौजूदा नोटों को 30 सितंबर तक बैंकों में जमा किया जा सकता है या फिर इसे बदला जा सकता है। हालांकि, ये नोट इस अवधि के अंत तक वैध मुद्रा बने रहेंगे।
फिर भी, उपभोक्ताओं के बीच नोटों से छुटकारा पाने की तत्परता बनी हुई है। कई जोमैटो ग्राहकों ने शनिवार को ट्वीट कर अपनी निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा कि फूड एग्रीगेटर कंपनी के डिलीवरी पार्टनरों ने 2,000 रुपये के नोट स्वीकार करने से इनकार कर दिया।