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सोने की झालर से चमचमा उठे बाजार

Last Updated- December 08, 2022 | 1:45 AM IST

दुनिया भर में भले ही मंदी छाई हो, लेकिन भारत में सोने के प्रति लोगों की दीवानगी अब भी बरकरार है।


इसका पता धनतेरस के दिन हुई सोने की खरीदारी से चलता है। इस दिन लोग पारंपरिक तौर से बहुमूल्य धातुएं खरीदते हैं और इस साल तो सोने की खरीद ने रिकॉर्ड कायम कर दिया। इस दिन देशभर में करीब 90 टन सोने की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल धनतेरस के दिन करीब 60 टन सोने की बिक्री हुई थी।

वर्ल्ड गोल्ड कांउसिल के प्रबंध निदेशक (भारतीय उपमहाद्वीप) अजय मित्रा का कहना है कि धनतेरस के दिन बेचे गए कुल सोने की मात्रा का अभी ठीक-ठीक पता नहीं चल पाया है, लेकिन इतना तय है कि इस साल लोगों ने सोने की जमकर खरीदारी की है, जो पिछले साल से कहीं ज्यादा है।

उन्होंने बताया कि एचडीएफसी बैंक ने इस बार सोने की बिक्री में रिकॉर्ड कायम किया है। हाल ही में इंडिया पोस्ट की ओर से शुरू की गई सोने की बिक्री में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है। पहले जहां इसके जरिए रोजाना एक किलो सोने की बिक्री होती थी, वहीं यह बढ़कर 9 किलो रोजाना हो गई है।

मित्रा ने उम्मीद जताई कि सितंबर से दिसंबर तिमाही के दौरान सोने के आयात में तेजी आएगी और यह 108 टन तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि पिछले साल इस अवधि में 54 टन सोना आयात किया गया था। उन्होंने बताया कि वित्तीय बाजार की अनिश्चितता की वजह से लोग सोने की ओर आकर्षित हुए हैं।

ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन के चेयरमैन अशोक मीनावाला का कहना है कि जहां शेयर बाजार और अन्य संपत्तियों में निवेश से लोगों को नुकसान हो रहा है, वहीं सोने ने 11 से 12 फीसदी तक रिटर्न दिया है। यही वजह है कि लोग सोने में निवेश कर रहे हैं। रुपये और डॉलर में उतार-चढ़ाव की वजह से भी निवेशक इसे हेज फंड के तौर पर देख रहे हैं।

पुष्पक बुलियन प्राइवेट लिमिटेड के केतन श्रॉफ का कहना है कि त्योहारी मौसम में सोने की कीमतों में आई गिरावट की वजह से भी लोगों ने इसमें भारी निवेश किया है।14,105 रुपये प्रति दस ग्राम की रिकॉर्ड कीमत पर पहुंचने के बाद 10 अक्टूबर को सोने की कीमत गिरकर 12,030 रुपये प्रति दस ग्राम रह गई। इसकी वजह से भी लोगों ने इसकी खरीदारी की है।

उन्हें उम्मीद है कि हाल के दिनों में सोने की कीमतों में और इजाफा होगा। मुंबई के विपुल ज्वेलर्स के विपुल सोनी ने बताया कि इस बार सोने के बिस्कुट और सिक्के की मांग आपूर्ति की तुलना में दोगुनी रही। इसकी वजह से कई ग्राहकों को खाली हाथ लौटना पड़ा, वहीं कुछ ग्राहकों को मंगलवार को इसकी आपूर्ति करने का वादा किया गया।

सोने की बिक्री में 50 फीसदी का उछाल
धनतेरस के दिन 90 टन सोने की हुई बिक्री
आपूर्ति की तुलना में मांग अधिक होने से कई खरीदारों को लौटना पड़ा खाली हाथ

First Published - October 27, 2008 | 10:58 PM IST

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