इस्पात मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय वैश्विक बाजार के नरम रुख के कारण इस्पात की कीमतों में जल्दी ही गिरावट आएगी।
पासवान ने अंतरराष्ट्रीय मैगनीज संस्थान के 34वें सालाना सम्मेलन में कहा – मौजूदा संकेत के मुताबिक इस्पात की कीमतों में और गिरावट की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस्पात की कीमतों को स्थिर करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं और जरूरत पड़ने पर और सख्त कदम उठाने के लिए प्रतिबध्द है।
इस्पात उत्पादकों ने सरकार को मुद्रास्फीति नियंत्रित करने में सहायता करने के लिए 7 मई से अपने उत्पादों की कीमत पर लगाम लगा रखी है। गौरतलब है कि 16 अगस्त का समाप्त सप्ताह के दौरान मुद्रास्फीति की दर 12.40 फीसदी थी। सरकार ने उद्योग पर बढ़ रही लागत के दबाव पर चिंता जाहिर की और कहा कि आवश्यक कच्चे माल की कीमतें तार्किक स्तर पर बरकरार रहनी चाहिए।
कोकिंग कोल जैसे महत्वपूर्ण कच्चे माल की कीमतों में इस्पात की कीमतों के मुकाबले तेज वृध्दि हुई है। पिछले महीने सरकार ने घरेलू खनन कंपनियों और इस्पात उत्पादकों के बीच एक बैठक का आयोजन किया था, जिसका उद्देश्य था दोनों के बीच दीर्घकालिक अनुबंध हो सके ताकि मूल्य स्थिरता और जरूरी कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित हो। इस्पात सचिव ने वैश्विक बाजारों में गिरावट के मद्देनजर इस्पात की कीमतों में गिरावट का समर्थन किया था।