सोयाबीन को प्रोटीन का भरपूर और सस्ता स्रोत बताते हुए मांग की गई है कि इसके इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाए।
भोपाल में आयोजित पांचवें अंतरराष्ट्रीय सोयाबीन प्रंसस्करण और उपयोगिता सम्मेलन (आईएसपीयूसी) 2008 में दुनिया भर से जुटे विशेषज्ञों ने कहा कि स्वस्थ समाज के लिए सोयाबीन के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाना जरूरी है।
सम्मेलन में कारपोरेट क्षेत्र सहित कई देशों के सरकारी प्रतिनिधियों, गैर-सरकारी संस्थाओं और स्वयं-सेवी संस्थाओं ने सोयाबीन का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए संयुक्त प्रयास करने का संकल्प लिया। यह सम्मेलन यहां 10 से 14 दिसंबर तक आयोजित था।
अगला सम्मेलन 2012 में अमेरिका में आयोजित होगा। यह पहला मौका था जब किसी अनुसंधान सम्मेलन में कारपोरेट क्षेत्र ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
अमेरिका सहित सात देश सोयाबीन जैसे विषय पर न केवल समान मंच पर आए बल्कि घोषणा की कि सोयाबीन मनुष्यों के लिए अब तक ज्ञात सबसे पुराने भोज्य पदार्थों में से एक है।