Rupee vs Dollar: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों से पहले आज रुपया दो हफ्ते के उच्चतम स्तर 87.81 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। यह 28 अगस्त के बाद से सबसे उच्चतम स्तर है। डीलरों ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों पर आशावाद ने भी रुपया को मजबूत किया है।
अमेरिका की ब्याज दर निर्धारण समिति भारतीय बाजार बंद होने के बाद अपनी नीति निर्णय की घोषणा करने वाली है। विदेशी मुद्रा बाजार को पहले से ही ब्याज दर में 25 आधार अंकों तक की कटौती की उम्मीद है। कारोबार के दौरान रुपया चढ़कर 87.72 प्रति डॉलर तक पहुंच। मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 88.06 पर बंद हुआ था।
आईएफए ग्लोबल के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी अभिषेक गोयनका ने कहा, ‘रुपया में मजबूती फेडरल रिजर्व के नीतिगत निर्णय से पहले डॉलर में नरमी के कारण संभव हुई है, जहां बाजार मोटे तौर पर ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कर रहा है। इसके अलावा भारत और अमेरिका के बीच व्यापार में गतिरोध दूर होने से भी इसे बल मिला है।’
गोयनका ने कहा, ‘अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में नरमी और डॉलर सूचकांक में गिरावट ने उभरते बाजार की मुद्राओं के लिए मजबूत होने के हालात तैयार किए हैं तथा हाल ही में व्यापार वार्ता में गतिरोध दूर होने पर खासकर रुपया को ज्यादा फायदा हुआ है।’
व्यापारिक तनाव कम करने के मकसद से भारतीय प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच हुई फोन पर बातचीत ने भी मुद्रा बाजार में सकारात्मक माहौल बनाया है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को अमेरिका राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत को शानदार बताया और उन्हें उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। इस बीच, दोनों देशों के मुख्य वार्ताकारों के बीच नई दिल्ली में प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा बरकरार है। डॉलर सूचकांक मंगलवार के 97 के मुकाबले 96.73 पर कारोबार कर रहा था।