ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के 5 दिन गुजर जाने के बाद राजधानी दिल्ली में इसके असर को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं।
कारोबारी जहां सब्जियों और अनाज पर हड़ताल के असर को नकार रहे हैं, वहीं ट्रांसपोर्टरों का दावा है कि दिल्ली में आवश्यक वस्तुओं जैसे सब्जी, फल, दूध और अनाज की आवक लगभग ठप हो चुकी है।
आजादपुर सब्जी मंडी के उपाध्यक्ष भजनलाल ने बिानेस स्टैंडर्ड से कहा कि मंडी में सब्जियों, फलों और अनाज की आवक पहले की तरह ही हो रही है।
मंडी में अभी भी 5 से 6 हजार ट्रक रोज आ रहे हैं। ट्रकों के आने-जाने से मंडी में विभिन्न उत्पादों की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
भजनलाल ने तो यहां तक कहा कि कुछ अखबारों में सब्जियों की कीमतों में 20-25 फीसदी बढ़ोतरी होने की खबरें छपना बेबुनियाद हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि यदि हड़ताल एक-दो दिन और खींचा तो इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा। उनके मुताबिक, ऐसी ही स्थिति रही तो अगले हफ्ते परिस्थितियां बदल जाएंगी।
आजादपुर मंडी में टमाटर और आलू संघ के महासचिव राजेंद्र शर्मा ने भी यही बात कही। उन्होंने बताया कि आपूर्ति अभी जारी है, लिहाजा इसका स्टॉक खत्म होने का डर अभी नहीं है। हड़ताल की वजह से कीमतों में अगले हफ्ते तक किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं होने वाली।
दूसरी ओर, ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोटर्स कांग्रेस के अधिकारी बलविंदर सिंह के मुताबिक, सच कुछ और है। इसे कारोबारी कुबूल नहीं रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली से गुजरने वाले वाणिज्यिक ट्रकों की संख्या 90 फीसदी कम हो गई है। सिंह ने बताया कि अगर हड़ताल एक-दो दिन और जारी रही तो इसका साफ असर दिल्ली के बाजारों पर दिखेगा।