लाल मिर्च काबंद पड़ा सबसे बड़ा थोक बाजार गुंटूर मंडी आखिरकार 50 दिनों के बाद खुला, लेकिन आग में स्वाहा हुए माल के भुगतान को लेकर क्रेताओं और विक्रेताओं की बीच हुई झडप के बाद मंडी को एक बार फिर से बंद कर दिया गया।
बाद में कारोबारियों की हुई बैठक में बाजार को 27 जून को दोबारा खोलने का फैसला किया गया। गौरतलब है कि तीन मई को यहां लगी भीषण आग से 30 करोड़ रुपये की रेड चिली सहित 200 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ था।
अशोक ऐंड कंपनी के अशोक दत्तानी के अनुसार तीन मई को बाजार में जब आग लगी थी तो उस समय कारोबार बंद हो चुका था। जिन लोगों ने अपना माल बेचा था, उनके पास इस बात की रसीद उपलब्ध है। लम्बे इंतजार केबाद जब बाजार खुला तो इन लोगों को उम्मीद थी कि उनका पैसा मिल जाएगा, लेकिन खरीदारों का तर्क है कि जब पूरा माल आग में जल कर खाक हो गया तो हम इसका पैसा कहां से अदा करें। इसी बात को लेकर क्रेताओं और विक्रेताओं में विवाद हो गया।
विवाद को गहराते हुए देखकर बाजार बंद करना पड़ा। गुंटूर मंडी देश की सबसे बड़ी लाल मिर्च की मंडी है। 3 मई को जब आग लगी थी तो उस दिन यहां लगभग 15-20 हजार बोरी का कारोबार हुआ था।