facebookmetapixel
क्या गाजा ‘शांति शिखर सम्मेलन’ में शामिल होंगे पीएम मोदी? डॉनल्ड ट्रंप ने भेजा न्योताशी जिनपिंग का सख्त रुख: दुर्लभ खनिजों पर नियंत्रण से अमेरिका को झटका, भड़क सकता है व्यापार युद्धBuying Gold on Diwali: 14, 18, 22 और 24 कैरेट गोल्ड में क्या हैं मुख्य अंतर; कौन सा खरीदना रहेगा फायदेमंदसितंबर में बढ़ी कारों की बिक्री, Maruti और Tata को मिला सबसे ज्यादा फायदाMCap: TCS के दम पर 8 बड़ी कंपनियों के मार्केट कैप में ₹1.94 ट्रिलियन की छलांगMarket Outlook: अमेरिका-चीन टैरिफ विवाद और महंगाई डेटा से तय होगी शेयर बाजार की चालअब ChatGPT से कर सकेंगे शॉपिंग, UPI पेमेंट भी होगा तुरंत; जानें इस नए खास फीचर के बारे मेंDiwali Shopping: त्योहारों की खरीदारी? SBI के ये कार्ड देंगे बचत, कैशबैक और रिवॉर्ड्स; जानें डीटेल्सPakistan-Afghanistan War: पाक-अफगान सीमा पर फायरिंग से तनाव बढ़ा, कई चौकियां तबाहTata Capital IPO vs LG IPO: अगले हफ्ते होगी साल के दो सबसे बड़े IPO की लिस्टिंग, क्या नया रिकॉर्ड बनाएंगे टाटा और एलजी?

घटेंगी ईंधन की कीमतें!

Last Updated- December 08, 2022 | 1:07 AM IST

महंगे पेट्रोल-डीजल से परेशान लोगों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।


पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने कहा कि सरकार शुक्रवार को होने वाली ओपेक की बैठक के प्रभावों का आकलन करने के बाद पेट्रोल, डीजल और घरेलू एलपीजी की कीमतों की समीक्षा करेगी।

सरकार अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों पर नजर रखे हुए है और प्रस्तावित ओपेक की बैठक में निर्णय के बाद देखेंगे कि तेल की कीमतों में क्या रुख रहेगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें जुलाई के 147 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से घटकर करीब आधे के स्तर पर आ गई हैं।

देवड़ा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में कमी आने के बावजूद पेट्रोल, डीजल, केरोसीन और एलपीजी के मामले में सरकार को घाटा हो रहा है, क्योंकि रुपये और डॉलर की कीमतों का संतुलन बिगड़ा है। इसके चलते कीमतें घटाने पर तेल कंपनियों का राजस्व घाटा बढ़ जाएगा।

First Published - October 23, 2008 | 11:00 PM IST

संबंधित पोस्ट