विश्व का कपास उत्पादन वैकल्पिक फसलों की बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा की वजह से क्षेत्रफल में आई कमी के कारण वर्ष 2008-09 में छह प्रतिशत घटकर 2.47 करोड़ टन रह सकता है।
अंतरराष्ट्रीय कपास परामर्शक समिति (आईसीएसी) ने एक बयान में कहा, ‘वर्ष 2008-09 में विश्व उत्पादन में अनुमानित कमी अमेरिका में 12 लाख टन की कमी आने की वजह से होगी।’ गौरतलब है कि वर्ष 2007-08 में कुल विश्व उत्पादन दो करोड़ 62.4 लाख टन का हुआ था।
आईसीएसी ने कहा कि कपास की खपत भी एक प्रतिशत घटकर 2.62 करोड़ टन रह सकती है जिसके कारण धीमी वैश्विक आर्थिक विकास के साथ साथ पॉलिएस्टर की तुलना में कपास की अधिक कीमत का होना है। वर्ष 2007-08 में कपास की कुल खपत दो करोड़ 65.5 लाख टन थी।
इसमें कहा गया है कि कपास का मिल द्वारा इस्तेमाल अमेरिका, चीन, रूस, यूरोपीय संघ, ब्राजील, तुर्की, मेक्सिको, थाइलैंड और कोरिया गणराज्य में घट सकता है। संगठन ने कहा है कि चीन, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और वियतनाम में कपास की मांग बढ़ेगी।
वर्ष 2008-09 के दौरान चीन के आयात में पर्याप्त वृध्दि के कारण कुल वैश्विक आयात तीन प्रतिशत बढ़कर 86 लाख टन हो जाएगा। शेष दुनिया के देशों द्वारा आयात लगातार दूसरे सत्र में भी कम रहने का अनुमान है। पिछले साल का बचा भंडार 107 लाख टन का है जो 12 प्रतिशत कम है।