मुंद्रा बंदरगाह पर दो महीने में दूसरी बार जब्त हुए कंटेनर

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 11:24 PM IST

अदाणी के नेतृत्व वाली मुंद्रा पोट्र्स पर बुधवार को सीमा शुल्क और राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) की एक संयुक्त टीम ने खतरनाक माल की ढुलाई के संदेह को लेकर एक विदेशी पोत से कई कंटेनर जब्त किए।
अदाणी ने आज एक विज्ञप्ति में कहा कि माल को गैर-खतरनाक श्रेणी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था जबकि जब्त किए गए कंटेनरों में खतरनाक श्रेणी 7 के निशान लगे हुए थे, जो रेडियोधर्मी पदार्थों की तरफ इशारा करते हैं।  
कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि इन कंटेनरों को मुंद्रा बंदरगाह या देश के किसी अन्य बंदरगाह के लिए रवाना नहीं किया गया था। इन्हें कराची से चीन के शांघाई भेजा जा रहा था। सरकारी अधिकारियों ने जांच के लिए इन कंटेनरों को मुंद्रा बंदरगाह पर उतार दिया है।
अदाणी की मुंद्रा बंदरगाह पर जब्ती की कार्रवाई दूसरी बार की गई है। सितंबर महीने में डीआरआई और सीमा शुल्क विभाग ने मिलकर अफगानिस्तान से मुंद्रा इंटरनैशनल कंटेनर टर्मिनल (एमआईसीटी), मुंद्रा पर पहुंचे दो कंटेनरों में भारी मात्रा में प्रतिबंधित हेरोइन का पता लगाया था।
सितंबर की जब्ती के बाद अदाणी पोट्र्स ने अपने परामर्श में कहा था कि उसके टर्मिनलों पर 15 नवंबर से ईरान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से कंटेनर मालों के निर्यात और आयात का रखरखाव नहीं किया जाएगा।
अदाणी के प्रवक्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘बंदरगाह परिचालकों की एक सीमित भूमिका होती है। नियंत्रण रखने का काम डीआरआई और सीमा शुल्क विभाग का है। हम अपने स्तर से
कार्रवाई कर रहे हैं और हर संभव सहायता दे रहे हैं।’      
मुंद्रा बंदरगाह एक मात्र ऐसा बंदरगाह नहीं है जहां पर पिछले कुछ महीनों में इस प्रकार के माल जब्त किए गए हैं। डीआरआई ने जुलाई महीने में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) पर 300 किलोग्राम हेरोइन जब्त किए थे। इसकी तस्करी अफगानिस्तान से की जा रही थी।
देश के 7,500 किलोमीटर लंबी तटरेखा पर 12 बड़े बंदरगाह हैं और करीब 190 सूचीबद्घ निजी बंदरगाह हैं।
चेन्नई बंदरगाह पर वरिष्ठ उप यातायात प्रबंधक बी. विमल ने कहा, ‘बंदरगाह परिचालक को कंटेनर के भीतर क्या भरा है इसकी जानकारी नहीं होती है। इस प्रकार की जांच केवल सीमा शुल्क विभाग और डीआरआई ही कर सकते हैं। ऐसे में हमारे स्तर पर बहुत कुछ नहीं किया जा सकता है। यह पूरी तरह से सीमा शुल्क विभाग का काम होता है।’
देश में मौजूद निजी और बहुराष्ट्रीय बंदरगाह कंपनियों में जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर, एस्सार पोट्र्स, डीपी वल्र्ड और एपीएम टर्मिनल्स शामिल हैं। चेन्नई बंदरगाह, पारादीप बंदरगाह और विजाग बंदरगाह बड़े बंदरगाहों में शामिल हैं। 

First Published : November 20, 2021 | 12:18 AM IST