मलयेशिया में पाम ऑयल का वायदा लगातार दूसरे दिन बढ़कर एक हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया और सोयाबीन की कीमतों में भी इजाफा हुआ।
मौसमी मांग में बढ़ोतरी और कच्चे तेल में एवं सोयाबीन तेल की कीमतों में हुए क्रमश: 2.2 प्रतिशत और 2.5 प्रतिशत के इजाफे से पाम ऑयल की कीमतों में कल 6.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जो तीन मार्च बाद हुई सबसे अधिक बढ़ोतरी है। पाम ऑयल और सोयाबीन के तेल का उपयोग खाने के तेल और जैव ईंधन के लिए किए जाने कारण इनकी कीमतों में प्रतिस्पर्धा रहती है।
नवंबर डिलीवरी वाले पाम ऑयल की कीमतें 2.2 प्रतिशत बढ़ कर 793 डॉलर प्रति टन हो गया जो 14 अगस्त के बाद की सबसे अधिक कीमत है। 4 मार्च की रेकॉर्ड कीमत से इसमें 41 प्रतिशत की कमी आई है। बागवानी विशेषज्ञों के अनुसार, अक्टूबर महीने में ईद उल फितर मनाए जाने के कारण दक्षिण पश्चिम एशिया के मुस्लिम देशों में पाम ऑयल की मांग बढ़ सकती है जबकि उसी महीने भारत में दिवाली के त्योहार के पहले वनस्पिति तेलों की खरीदारी में तेजी आ सकती है।
अक्टूबर डिलीवरी वाले कच्चे तेल की कीमतों में एक प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई और न्यू यॉर्क में आज इसका कारोबार 116.70 डॉलर प्रति बैरल पर किया जा रहा था। आज तीसरे दिन भी कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जारी रही। सोयाबीन के तेल में आज दूसरे दिन भी तेजी का रुख रहा। आज इसमें 1.7 प्रतिशत की तेजी देखी गई और शिकागो में इसका कारोबार 54.76 सेंट प्रति पौंड पर किया जा रहा था।