भारत का तंबाकू निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले आठ माह में 68 प्रतिशत बढ़कर 2,213 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में सुधार और रुपये की विनिमय दर में गिरावट निर्यात वृध्दि में सहायक रही। तंबाकू बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कच्चे तंबाकू और इसके उत्पादों के निर्यात में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
अप्रैल-नवंबर 2008 के दौरान निर्यात 1,60,511 टन के स्तर पर पहुंच गया है जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान निर्यात 1,33,440 टन था। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अप्रैल से नवंबर माह के दौरान 2,213. 38 करोड़ रुपये का तम्बाकू निर्यात हुआ जबकि पिछले साल के समान अवधि में यह 1,316 करोड़ रुपये का था।
कच्चे तंबाकू का निर्यात अप्रैल से नवंबर की अवधि में बढ़ कर 1,930.22 करोड़ रुपये का हो गया जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 976.60 करोड़ रुपये था।
अधिकारी ने कहा कि कारोबार की बात करें तो इस अवधि में लदाई बढ़ कर 1,42,172 टन हो गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 1,16,184 अन था।
अप्रैल से नवंबर 2008 के दौरान देश से 383.16 करोड़ रुपये के तंबाकू उत्पादों का निर्यात किया गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 339.40 करोड़ रुपये था। उन्होंने बताया कि इन उत्पादों की लदाई 18,339 टन रही जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 17,256 टन थी।
उन्होंने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अधिक कीमतें और विनिमय दर में गिरावट की वजह से इस अवधि में निर्यातकों को समर्थन मिला।’ भारतीय तंबाकू की कीमतें रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं क्योंकि प्रमुख उत्पादक देशो, जिसमें चीन भी शामिल है, में पिछले साल कम उत्पादन हुआ था।
साल 2008 में तंबाकू की औसत कीमतें बढ़ कर 84.85 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई थी जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 47.47 रुपये प्रति किलोग्राम थी। इसी तरह उच्च गुणवत्ता वाले तंबाकू की कीमतें आंध्र पदेश में रेकॉर्ड 141 रुपये प्रति किलो हो गई थी ।
जबकि साल 2007 में इसकी कीमत 65 रुपये प्रति किलोग्राम थी। अधिकारी ने बताया कि कर्नाटक में चल रही नीलामी में कल तंबाकू की औसत कीमत बढ़ कर 109 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।