सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने अगले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 22) के लिए 1.4 लाख करोड़ रुपये बजट आवंटन की मांग की है। यह आवंटन पिछले वित्त वर्ष 21 की तुलना में करीब 40 प्रतिशत ज्यादा है। इस धन का इस्तेमाल देश में राजमार्ग निर्माण करने में होगा।
मंत्रालय को वित्त वर्ष 21 में 91,823 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जिसे संशोधित कर बाद में 1.02 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया क्योंकि सड़क मंत्रालय व उसकी इकाई भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और राष्ट्रीय राजमार्ग एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम (एनएचआईडीसीएल) ने कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन के बावजूद सड़क निर्माण कार्य जारी रखा था।
बजट आवंटन पिछले वित्त वर्ष के 83,015 करोड़ रुपये से बढ़ाकर इस वित्त वर्ष में 91,823.2 करोड़ रुपये किया गया था। इस 8,808 करोड़ रुपये बढ़ोतरी में से 5,809 करोड़ रुपये एनएचएआई में निवेश होना है, जिसे राष्ट्रीय राजमार्गों के मुद्रीकरण से पूरा किया जाएगा। शेष धन सड़क कार्य के लिए है।
राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा था कि उनके मंत्रालय का लक्ष्य मार्च तक 40 किलोमीटर प्रतिदिन सड़क निर्माण का है। एनएचएआई ने अगले 5 साल में 60,000 किलोमीटर राजमार्ग निर्माण का लक्ष्य रखा है, जिसमें 2,500 किलोमीटर एक्सप्रेसवे का निर्माण शामिल है। इसमें 9,000 किलोमीटर आर्थिक गलियारे, 2,000 किलोमीटर रणनीतिक सीमा सड़क और 2,000 किलोमीटर तटीय सड़कें शामिल हैं। इसके अलावा 100 पर्यटन केंद्रों और 45 कस्बों को भी राजमार्ग से जोडऩे का लक्ष्य है।
पिछले साल एनएचएआई की कुल परियोजना में 60 प्रतिशत इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण परियोजनाएं या सरकार द्वारा वित्तपोषित परियोजनाएं थीं। वित्त वर्ष 20 में एनएचएआई ने 3,979 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण पूरा किया था। सरकार ने भारतमाला परियोजना नाम से महत्त्वाकांक्षी राजमार्ग विकास कार्यक्रम बनाया है, जिसमें करीब 65,000 किलोमीटर राजमार्ग विकसित करना शामिल है। कार्यक्रम के पहले चरण में सरकार ने 5 साल में 34,000 किलोमीटर राजमार्ग परियोजनाएं बनाने को मंजूरी दी है, जिस पर 5.35 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। एनएचएआई ने पहले चरण में भारतमाला परियोजना के पहले चरण में करीब 27,000 किलोमीटर सड़कें बनाना अनिवार्य किया है।
एनएचआईडीसीएल ने पहाड़ी इलाकों व पूर्वोत्तर में 750 किलोमीटर सड़कें बनाने का लक्ष्य रखा है और यह लक्ष्य वित्त वर्ष 21 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। अधिकारी ने कहा, ‘निर्माण का काम सामान्यतया अक्टूबर में शुरू होता है। इसलिए कोविड-19 और लॉकडाउन का असर बहुत कम रहा है। हम लक्ष्य हासिल करने के करीब हैं और पहले ही 700 किलोमीटर निर्माण का काम पूरा किया जा चुका है।’