बजट

Closing Bell: शेयर बाजार में तूफानी तेजी; Sensex 1,360 अंक चढ़कर पहली बार 84 हजार के पार, Nifty भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर

Stock Market Rally: सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 26 शेयर हरे निशान पर बंद हुए। M&M, ICICI बैंक, JSW स्टील, L&T और भारती एयरटेल सेंसेक्स के टॉप-5 गेनर्स रहे।

Published by
अंशु   
Last Updated- September 20, 2024 | 4:16 PM IST

Stock Market Rally: फ्रंटलाइन बैंक शेयरों में तेजी और ग्लोबल मार्केट से मिल रहे पॉजिटव रुझानों के बीच भारतीय शेयर बाजार में आज तूफानी तेजी देखी गई। बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स, BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी50, सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को 1 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त लेकर ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गए। सेंसेक्स पहली बार 84, 000 के मील के पत्थर के पार निकल गया। वहीं, निफ्टी भी रिकॉर्ड 25,800 के लेवल के करीब पहुंच गया है।

30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1359.51 अंक या 1.63 प्रतिशत की तूफानी बढ़त लेकर 84,544.31 के ऑलटाइम हाई पर बंद हुआ। सेंसेक्स में आज 83,187.64 और 84,694.46 के रेंज में कारोबार हुआ।

वहीं, दूसरी तरफ एनएसई निफ्टी 375.15 अंक या 1.48 प्रतिशत की मजबूत बढ़कर लेकर 25,790.95 के नए शिखर पर बंद हुआ। निफ्टी में आज 25,426.60 और 25,849.25 के रेंज में कारोबार हुआ।

सेंसेक्स के टॉप गेनर्स

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 26 शेयर हरे निशान पर बंद हुए। M&M, ICICI बैंक, JSW स्टील, L&T और भारती एयरटेल सेंसेक्स के टॉप-5 गेनर्स रहे। इसके अलावा,  नेस्ले इंडिया, अदाणी पोर्ट्स, HUL, HDFC बैंक, टेक महिंद्रा, मारुति, पावर ग्रिड, कोटक बैंक, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, ITC, HCL टेक, रिलायंस, सन फार्मा, इंफोसिस, टाइटन, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक और NTPC, के शेयर भी लाभ में रहे।

सेंसेक्स के टॉप लूजर्स

वहीं दूसरी तरफ, शेयर बाजार में तूफानी तेजी के बावजूद भी सेंसेक्स के 30 शेयरों में 4 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। SBI, इंडसइंड बैंक, TCS और बजाज फाइनैंस के शेयर नुकसान में रहे।

Also read: अदाणी ग्रुप करेगा ITD Cementation का अधिग्रहण, शेयरों में जोरदार उछाल

शेयर बाजार में तूफानी तेजी की वजह

ग्लोबल मार्केट में तेजी

अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दर में बड़ी कटौती के चलते एशियाई बाजारों में शुक्रवार को भी तेजी का रुख जारी रहा। निक्की 1.68 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एएसएक्स 200 0.05 प्रतिशत बढ़ा और हैंग सेंग 0.88 प्रतिशत चढ़ गया।

अमेरिकी बाजार में, S&P 500 गुरुवार को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया, जिसे फेड की दर कटौती और आगे की कटौतियों की उम्मीदों से समर्थन मिला। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज ने भी एक मील का पत्थर स्थापित किया, जो 1.26 प्रतिशत की बढ़त के साथ पहली बार 42,000 से ऊपर बंद हुआ। नैस्डैक और S&P 500 में क्रमशः 2.51 प्रतिशत और 1.70 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

जापान, चीन और इंग्लैंड ने ब्याज दरें स्थिर रखीं

जापान के केंद्रीय बैंक (BoJ) ने अपनी बेंचमार्क ब्याज दर लगभग 0.25 प्रतिशत पर स्थिर रखी, जो 2008 के बाद की उच्चतम दर है, और यह भी कहा कि अर्थव्यवस्था मध्यम रूप से रिकवरी की राह पर है।

इसी तरह, चीन ने अपनी प्रमुख उधार दरों को बनाए रखने का विकल्प चुना, जिसमें एक साल की लोन प्राइम रेट 3.35 प्रतिशत और पांच साल की एलपीआर 3.85 प्रतिशत थी।

इसके अलावा, बैंक ऑफ इंग्लैंड ने अपनी ब्याज दर को 5 प्रतिशत पर स्थिर रखा, जो फेड की अधिक आक्रामक कटौतियों से अलग रहा।

ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील सेक्टर्स में तेजी  

ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील सेक्टर्स, जैसे बैंक, रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी व्यापार में तेजी देखी गई। निफ्टी बैंक इंडेक्स 0.98 प्रतिशत चढ़कर 53,559.35 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी ऑटो इंडेक्स इंट्राडे ट्रेडिंग में 1.73 प्रतिशत की बढ़त के साथ दूसरे स्थान पर रहा।

Also read: SEBI ने एक्सिस कैपिटल को मर्चेंट बैंकर के तौर पर नया काम लेने से रोका

भारत 2030-31 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर- S&P

भारत 2030-31 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल (S&P Global) की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.7 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है।

S&P ग्लोबल ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा, वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ कारोबारी लेनदेन तथा लॉजिस्टिक्स में सुधार, निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ावा देने और सार्वजनिक पूंजी पर निर्भरता कम करने के लिए निरंतर सुधारों की जरूरत है। इसमें कहा गया है कि मजबूत वृद्धि संभावनाओं तथा बेहतर विनियमन के कारण शेयर बाजारों के गतिशील तथा प्रतिस्पर्धी बने रहने का अनुमान है। भारत के प्रमुख उभरते बाजार सूचकांकों में शामिल होने के बाद से भारत सरकार के बॉन्ड में विदेशी निवेश में वृद्धि हुई है। आगे भी इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद है।

First Published : September 20, 2024 | 4:01 PM IST