BMC Budget 2024-25: देश की सबसे अमीर नागरिक निकाय बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने वर्ष 2024-25 के लिए 59,954.75 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। इस बार का बजट अनुमान 2023-24 की राशि 54,256.07 करोड़ रुपये से 10.5 प्रतिशत अधिक है।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अनुमानित राजस्व आय 35749.03 करोड़ रुपए है जो कि पिछले वित्त वर्ष से 2459 करोड़ रुपए ज्यादा है। BMC का कार्यकाल खत्म होने की वजह से इस बार का भी बजट BMC आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने पेश किया।
बजट के दस्तावेज के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट अनुमान 59,954.75 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया है जो 2022-23 के बजट अनुमान यानी 54,256.07 करोड़ रुपये से 10.5 फीसदी है।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अनुमानित राजस्व आय 35749.03 करोड़ रुपए और अनुमानित राजस्व खर्च 28121.94 करोड़ रुपये है।
बजट में 45759.21 करोड़ रुपए मुंबई के इन्फ्रास्ट्रक्चर के बनाने और सुधारने के लिए, इसमें कोस्टल रोड के लिए 2900 करोड़ रुपए का प्रावधान है। इस साल के बजट में बेस्ट को 928.65 करोड़ देने का प्रस्ताव है।
BMC देश की पहली लोकल बॉडी है जिसने स्टार्टअप प्रोक्योरमेंट पॉलिसी को अपनाया है । इसके लिए इस साल बजट में 10 करोड़ रुपए का प्रस्ताव रखा है। बजट में जीरो प्रिस्क्रिप्शन पॉलिसी के तहत 500 करोड़ का प्रावधान किया गया, जिसके जरिए मुंबईकरों को मुफ्त और सस्ती दवाइयां मुहैया कराई जाएंगी।
देश की महानगर पालिकाओं में सबसे बड़ा बजट BMC का होता है। BMC आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने इस बार भी बजट पेश किया। मार्च 2022 में नगरसेवकों का पांच साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद राज्य सरकार ने चहल को BMC प्रशासक के रूप में नियुक्त किया है। आम तौर पर महानगर पालिका का बजट BMC स्थायी समिति का अध्यक्ष पेश करता है।
नगरसेवाकों का कार्यकाल 7 मार्च 2022 में समाप्त होने के कारण यह दूसरा साल है जब BMC का बजट प्रशासक द्वारा प्रस्तुत किया गया है।
BMC का बजट हमेशा चर्चा में रहता है क्योंकि यह भारत के के 8 राज्यों के वार्षिक बजट से भी ज्यादा है। इन राज्यों में सिक्किम, मिजोरम, मेघालय, गोवा, मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा और झारखंड जैसे राज्य शामिल हैं। पिछले साल BMC ने 52,619.07 करोड़ का बजट पेश किया था। यही वजह है कि BMC के चुनावों को लेकर काफी गहमा-गहमी रहती है।
मुंबई महानगर पालिका के चुनाव साल 2022 में होने थे लेकिन पहले कोरोना संक्रमण और कुछ अदालती पचड़ों के कारण चुनाव लटकते गए। इस साल चुनाव होने के उम्मीद है ।