देश में हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाले वाहनों के बड़े स्तर पर इस्तेमाल की व्यावहारिकता तलाशने के लिए ह्युंडै मोटर इंडिया ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) के साथ सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत भारतीय सड़कों पर असल परीक्षण करने के लिए दक्षिण कोरिया की कार विनिर्माता कंपनी ने इंडियन ऑयल को एक ह्युंडै नेक्सो सौंपी है, जो हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाला इलेक्ट्रिक वाहन है।
भारत में नेक्सो ने ऑटो एक्सपो 2020 में पहली बार अपने कदम रखे थे। इसे ऑटो एक्सपो 2023 में फिर से प्रदर्शित किया गया था। इससे भारतीय बाजार में हाइड्रोजन-संचालित वाहनों को पेश करने में ह्युंडै की दिलचस्पी का पता चलता है। फिलहाल भारत में हाइड्रोजन ईंधन भरने का व्यापक बुनियादी ढांचा नहीं है।
ह्युंडै ने कहा कि करार के अनुसार परीक्षण दो साल तक चलेगा। इस दौरान ह्युंडै और इंडियन ऑयल 40,000 किलोमीटर की अनुमानित दूरी में नेक्सो की टिकाऊ क्षमता और परिचालनगत विश्वसनीयता का आकलन करेंगी। कंपनी ने बताया, ‘भारतीय बाजार के लिए हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों को अपनाने के दीर्घकालिक आर्थिक और पर्यावरण संबंधी लाभों में महत्वपूर्ण नजरिया प्रदान करने के लिए नियतकालिक रखरखाव सहित कुल स्वामित्व लागत (टीसीओ) का आकलन भी किया जाएगा।’