Hyundai के चेयरमैन एवं सीईओ जोस मुनोज।
दक्षिण कोरिया की ऑटो मैन्युफैक्चरर ह्युंडै मोटर इंडिया (HMIL) ने भारतीय बाजार को लेकर अपना मेगा प्लान बताया है। कंपनी के चेयरमैन एवं सीईओ जोस मुनोज ने बुधवार को बताया कि कंपनी की भारतीय यूनिट वित्त वर्ष 2029-30 तक 45,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी का लक्ष्य भारत को वैश्विक स्तर पर अपना दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र बनाना है। साथ ही इस दौरान कंपनी 26 मॉडल भारतीय बाजार में लॉन्च करेगी।
देश की अपनी पहली यात्रा के दौरान निवेशकों को संबोधित करते हुए मुनोज ने कहा कि ह्युंडै मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) ने निर्यात में 30 फीसदी तक योगदान का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने 2030 के अपने ग्रोथ ब्लूप्रिंट में वित्त वर्ष 2029-30 तक अपने राजस्व को डेढ़ गुना बढ़ाकर एक लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही कंपनी 2029-30 तक 26 प्रोडक्ट लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिसमें 7 एकदम नए मॉडल शामिल हैं। मल्टी पर्पज व्हीकल्स (MPV) और ऑफ-रोड SUV सेगमेंट पर कंपनी का फोकस है।
ह्युंडै मोटर इंडिया का लक्ष्य 2027 तक भारतीय बाजार के लिए स्थानीय रूप से तैयार, विकसित और निर्मित एक समर्पित इलेक्ट्रिक एसयूवी भी पेश करना है। कंपनी 2027 तक भारत में लक्जरी खंड ब्रांड जेनेसिस भी पेश करेगी।
मुनोज ने यहां HMIL के पहले निवेशक दिवस को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल हमारे ऐतिहासिक आईपीओ और भारत में 30 वर्षों की सफलता के बाद अब एचएमआईएल ने अगले फेज की ग्रोथ के लिए वित्त वर्ष 2029-30 तक 45,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। इसमें से 60 फीसदी निवेश प्रोडक्ट और अनुसंधान एवं विकास (R&D) पर और शेष 40 फीसदी क्षमता एवं विस्तार पर होगा।
उन्होंने कहा कि ह्युंडै के ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक में भारत एक रणनीतिक प्राथमिकता है और यह 2030 तक एचएमआईएल उत्तरी अमेरिका के बाद वैश्विक स्तर पर हमारा दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र होगा। मुनोज कहा कि फिलहाल भारत ह्युंडै का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है जो इसकी वैश्विक बिक्री का 15 फीसदी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ दृष्टिकोण के बारे में उन्होंने कहा कि हुंडई भारत को वैश्विक निर्यात केंद्र बना रहे हैं तथा निर्यात में 30 फीसदी तक योगदान का लक्ष्य रखा है।