प्रतीकात्मक तस्वीर
बेंगलूरु की इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन विनिर्माता एथर एनर्जी घरेलू विस्तार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय महत्त्वाकांक्षाओं को पूरा करना चाह रही है। बीते वित्त वर्ष 2025 में बजाज ऑटो और टीवीएस से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलने के बावजूद एथर ने अपनी बाजार हिस्सेदारी बरकरार रखी थी। अब कंपनी दस लाख वाहनों के उत्पादन वाले अपने महाराष्ट्र संयंत्र पर भरोसा जता रही है।
फाडा के मुताबिक इस साल मार्च तक इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बाजार में एथर की 11.39 फीसदी हिस्सेदारी थी जो वित्त वर्ष 2024 में भी इतनी ही थी। इस बीच, ओला इलेक्ट्रिक (29.93 फीसदी) जैसी प्रतिस्पर्धियों ने बजाज ऑटो (20.08 फीसदी) और टीवीएस (20.67 फीसदी) जैसी कंपनियों के मुकाबले बाजार हिस्सेदारी गंवाई है।
31 दिसंबर को समाप्त नौ महीनों में एथर एनर्जी ने 1,07,983 गाड़ियों की बिक्री की जो एक साल पहले के मुकाबले 45 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 1,09,577 गाड़ियों की बिक्री की थी। प्रमुख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन कंपनी वित्त वर्ष 2026 के लिए पहला बड़ा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लेकर आई है। टाइगर ग्लोबल के निवेश वाली इस कंपनी ने नए शेयर जारी कर 2,626 करोड़ रुपये (पहले 3,100 करोड़ रुपये की योजना थी) जुटाने की योजना बनाई है। नए निर्गम के अलावा आईपीओ में प्रवर्तक समूह और संस्थागत निवेशकों की भागीदारी के साथ 1.1 करोड़ शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव (ओएफएस) भी शामिल है।
एथर एनर्जी ने 28 अप्रैल को खुलने वाले आईपीओ के लिए प्रति शेयर 304 से 321 रुपये का मूल्य दायरा तय किया है। ऐंकर (बड़े) निवेशकों के लिए बोली 25 अप्रैल को खुलेगी और निर्गम 30 अप्रैल को बंद हो जाएगा। बाजार सूत्रों के मुताबिक एथर एनर्जी ने 12,800 करोड़ रुपये के मूल्यांकन का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने पहले 14,000 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया था। कंपनी ने मूल्यांकन की पुष्टि नहीं की।
एथर एनर्जी के सह-संस्थापक और कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कार्य अधिकारी तरुण मेहता ने कहा कि मैं बाजार के हिसाब से चलने की कोशिश नहीं कर रहा हूं। सेक्टर की अन्य कंपनियां सूचीबद्ध हो रही हैं, इसलिए कहानी स्पष्ट है। मुझे लगता है कि निवेशक इसे सराहेंगे। बैंकरों ने हमें कहा है कि निर्गम लाने का यही सही मौका है।