लेखक : शिवा राजौरा

ताजा खबरें, बजट, भारत

Budget 2025: क्या इस साल के बजट में सरकार गिग वर्कर्स की सुरक्षा के लिए कुछ सोचेगी? क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Budget 2025: भारत में गिग वर्कर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। नीति आयोग की 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2029-30 के अंत तक भारत में गिग वर्कर्स की संख्या बढ़कर 2.35 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है, जो साल 2020-21 में 77 लाख के आस पास थी। लेकिन गिग वर्कर्स की बढ़ती संख्या […]

आज का अखबार, शिक्षा

अब यूनिवर्सिटी में पढ़ते हुए जानिए कैसे पाएं नौकरी

केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा कि मंत्रालय देश के सभी प्रमुख विश्वविद्यालयों में करियर काउंसलिंग सेंटर स्थापित करेगा। इनसे युवाओं को सार्थक करियर अपनाने में मदद मिलेगी और उनके लिए बेहतर राेजगार अवसरों का सृजन हो सकेगा। श्रम मंत्री ने बताया, ‘यह त्रिस्तरीय कवायद होगी। इसमें औद्योगिक निकाय […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, ताजा खबरें, भारत

न्यू लेबर कोड का रास्ता साफ, मार्च तक राज्यों में नियमों का मानकीकरण पूरा होगा

सरकार श्रम संहिता नियमों को जल्द मानकीकृत करने की तैयारी कर रही है। केंद्रीय श्रम मंत्रालय राज्य सरकारों द्वारा चार नई श्रम संहिताओं के तहत बनाए गए नियमों को मानकीकृत करने का काम मार्च तक पूरा कर सकता है। हालांकि इसमें प​श्चिम बंगाल शामिल नहीं है, लेकिन इससे नई श्रम संहिताओं के लागू होने का […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, भारत

Retail Inflation: खुदरा महंगाई रह गई 5.22 फीसदी, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद हुई धूमिल

Retail Inflation: उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में घटकर चार महीने में सबसे कम 5.22 फीसदी रही, जो नवंबर में 5.48 फीसदी थी। विश्लेषकों का कहना है कि रुपये में नरमी और खुदरा मुद्रास्फीति के 5 फीसदी से ऊपर बने रहने से फरवरी में होने वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रीपो […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, बजट, भारत

Budget: 70,000 करोड़ रुपये बचा सकती है सरकार, जानें कैसे?

सरकार वित्त वर्ष 2025 के बजट में नई योजनाओं, जिन्हें अभी लागू किया जाना है, के लिए आवंटित पूंजी और राजस्व व्यय दोनों मद में 70,000 करोड़ रुपये से अधिक की बचत कर सकती है। वित्त वर्ष 2025 का बजट पिछले साल जुलाई में पेश किया गया था। उस समय सरकार ने रोजगार से संबं​धित […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, उद्योग

IIP growth: नवंबर में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि 6 माह के हाई पर

भारत के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईपीपी) की वृद्धि नवंबर में छह माह के उच्च स्तर पर पहुंच गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के शुक्रवार को जारी आंकड़े के अनुसार नवंबर में आईआईपी में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि यह अक्टूबर में 3.7 प्रतिशत थी। नवंबर, 2024 में आईपीपी की वृद्धि 2.5 प्रतिशत थी। इस […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

Nominal GDP: बढ़ सकता है जीडीपी वृद्धि का अनुमान

आगामी 1 फरवरी को पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट में वित्त वर्ष 2026 के लिए नॉमिनल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान 10 से 10.5 फीसदी के बीच रखे जाने की संभावना है। बिज़नेस स्टैंडर्ड द्वारा 10 अर्थशास्त्रियों के बीच किए गए सर्वेक्षण से यह अनुमान सामने आया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी […]

उद्योग, ताजा खबरें, समाचार

नई तकनीकों को अपनाने के मामले में दुनिया से आगे निकलने को तैयार भारतीय कंपनियां: WEF रिपोर्ट का बड़ा खुलासा

भारतीय कंपनियां नई तकनीकों को अपनाने में दुनिया से आगे निकलने को तैयार हैं। विश्व आर्थिक मंच (WEF) की लेटेस्ट फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की कंपनियां AI, रोबोटिक्स, और ऊर्जा तकनीकों जैसे क्षेत्रों में जमकर निवेश कर रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 35% भारतीय कंपनियां मानती हैं कि सेमीकंडक्टर्स […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

GDP growth: वित्त वर्ष 25 में बुनियादी ढांचे के निवेश में सुस्ती, खपत वृद्धि ग्रामीण क्षेत्रों के सहारे मजबूत

वित्त वर्ष 25 में बीते वर्ष की तुलना में आधारभूत ढांचे के निवेश में वृद्धि सुस्त रहने का अनुमान है। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) के मंगलवार को जारी वित्त वर्ष 25 के सकल घरेलू उत्पाद के प्रथम अग्रिम अनुमानों के मुताबिक सरकारी पूंजीगत व्यय में प्रमुख तौर पर गिरावट और निजी निवेश में सुस्ती से […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

SBI Report: गरीबी कम होने की भारतीय स्टेट बैंक की रिपोर्ट पर अर्थशास्त्रियों ने उठाए सवाल

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी अनुपात तेजी से गिरने का दावा किया गया था। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहतर भौतिक आधारभूत ढांचे, सबसे निचले तबके में भी खपत में उच्च वृद्धि और प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण से समग्र गरीबी अनुपात महत्त्वपूर्ण रूप से गिरा […]