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लेखक : निवेदिता मुखर्जी

आज का अखबार, कंपनियां, चुनाव, भारत

Electoral Bonds: कंपनियां बोलीं, चुनावी खर्च भारी भरकम..बॉन्ड से चंदा बेहद कम

निर्वाचन आयोग द्वारा चुनावी बॉन्डों के खरीदारों और उन्हें भुनाने वालों की सूची जारी किए जाने के एक दिन बाद आज भारतीय कंपनी जगत ने इस पर दोटूक प्रतिक्रिया दी। कई कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि राजनीति दल चुनावों पर जितना खर्च करते हैं, उसका बेहद मामूली हिस्सा बॉन्डों से जुटाया गया है। […]

आज का अखबार, लेख

…अब महिलाओं के बोलने की बारी

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2024 की थीम, ‘महिलाओं में निवेश करें, प्रगति को गति दें’ है और यह इस बात की तस्दीक करता है कि महिला और पुरुष के बीच समानता हासिल करने के लिए दुनिया में बदलाव लाना होगा। इसका आकलन करने के लिए चुनाव से बेहतर समय नहीं हो सकता है। चुनावों के इस […]

आज का अखबार, लेख

सामयिक सवाल: स्टार्टअप संस्थापकों के लिए आत्ममंथन का क्षण

बैंक नियामक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए, तब से टिप्पणीकारों और स्वघोषित विशेषज्ञों ने भी यह घोषणा कर दी है कि अब कंपनी अपने अंत की ओर बढ़ रही है। हालांकि, किसी ने भी यह स्पष्ट नहीं किया है कि क्या आरबीआई के […]

कंपनियां, ताजा खबरें

Vodafone Idea: कर्ज, घटते ग्राहक और 5G में देरी से घिरी Vi का भविष्य अनिश्चित

अगस्त 2021 में, वोडाफोन Plc के सीईओ निक रीड ने एक अर्निंग कॉल के दौरान आदित्य बिड़ला समूह के साथ एक ज्वाइंट वेंचर वोडाफोन आइडिया के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था कि वोडाफोन आइडिया कर्ज और घाटे की बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि वे यथासंभव मदद कर […]

आज का अखबार, लेख

खुदरा उद्योग: कितना खतरा और कितना बदला

बात करीब 10 साल पहले की है जब दिल्ली के मशहूर सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में कारोबारियों का जमावड़ा लगा था। दिन था 27 फरवरी 2014 और यह आम चुनाव की शुरुआत होने से कुछ हफ्ते पहले की बात है। यहां मुख्य वक्ता के तौर पर नरेंद्र मोदी आमंत्रित थे जो उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री […]

आज का अखबार, लेख

सामयिक सवाल: चेन्नई में चक्रवाती तूफान ‘मिगजॉम’ से सबक

देश के व्यस्ततम शहरों में से एक चेन्नई में मिगजॉम चक्रवात के कारण लोग बिल्कुल अलग-थलग पड़ गए थे। अचानक बने हालात में जहां कई लोग अपनी यात्रा की योजना बदलने को मजबूर हुए, वहीं उन्हें कई घंटे बिना बिजली के भी रहना पड़ा। इंटरनेट कनेक्टिविटी कमजोर हो जाने की वजह से ईमेल और व्हाट्सऐप […]

आज का अखबार, कंपनियां, विशेष, समाचार

भारतीय बाजार में नहीं होगा दो एयरलाइंस का वर्चस्व: AirIndia CEO

भारत के विमानन बाजार की सेहत फिलहाल अच्छी नहीं है और कंपनियां दिवालिया हो रही हैं। मगर एयर इंडिया (Air India) के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने उम्मीद जताई कि बाजार के परिपक्व होने पर स्थिति सुधर जाएगी। कैंपबेल ने निवेदिता मुखर्जी और दीपक पटेल के साथ बातचीत में स्थानीय रखरखाव इकाइयों […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

Walmart भारत से करेगी 10 अरब डॉलर का निर्यात

अमेरिका की प्रमुख रिटेल कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) भारत को दुनिया के लिए सोर्सिंग का प्रमुख केंद्र बनाने की संभावनाएं तलाश रही है। इसी क्रम में कंपनी अगले साल 14 और 15 फरवरी को नई दिल्ली में मेगा सेलर्स समिट यानी विक्रेताओं के सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है। यह वॉलमार्ट का अमेरिका के […]

आज का अखबार, लेख

सामयिक सवाल: भारत से जुड़ी संभावनाएं सातवें आसमान पर

समुद्र के ऊपर धुंध छाने और निर्माण कार्यों की जद्दोजहद के बीच भी मुंबई का उत्साह देखते ही बनता है। कुछ लोग तो मौजूदा निर्माण कार्यों को मुंबई को एक साथ कई नरीमन पाइंट मिलने की सौगात के रूप में देख रहे हैं। इसका कारण बिल्कुल स्पष्ट है क्योंकि बैंकों से लेकर बीमा कंपनियों और […]

आज का अखबार, लेख

सामयिक सवाल: रियल एस्टेट के उतार-चढ़ाव के मायने

भारत में कई वर्षों से रियल एस्टेट क्षेत्र पर संकट और दबाव के बादल मंडराते रहे हैं। निश्चित तौर पर इस दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र में बड़े करार होने के साथ-साथ नियामकीय मोर्चे पर भी प्रगति हुई है। लेकिन कुल मिलाकर चर्चा का विषय मकानों की ज्यादा इन्वेंट्री, बिना बिके फ्लैट, रियल्टी कंपनियों के ज्यादा […]

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