वित्त वर्ष 2025 में ऋण वृद्धि को दुरुस्त करके अपने ऊंचे ऋण-जमा (सीडी) अनुपात को कम करने के बाद भारत का निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा ऋणदाता एचडीएफसी बैंक अब अपनी लोन बुक को बढ़ाने के लिए तैयार है। बैंक के एमडी और सीईओ शशिधर जगदीशन ने कहा कि बैंक को उम्मीद है कि समग्र मांग बढ़ने के साथ ऋण वृद्धि में लगातार सुधार होता रहेगा।
जगदीशन ने यह भी कहा कि हालांकि बैंक के मार्जिन में तिमाही आधार पर उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन समय के साथ यह स्थिर हो जाएगा। जगदीशन ने पहली तिमाही के बैंक के परिणाम के बाद कहा, ‘वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में प्रबंधन के तहत संपत्ति (एयूएम) की वृद्धि दर बढ़कर 8 प्रतिशत हो गई है। हमारे विकास इंजन बढ़ने के लिए अच्छी तरह तैयार हैं। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, हमें उम्मीद है कि हमारी ऋण वृद्धि यहां से लगातार बेहतर होती रहेगी और हमें वित्त वर्ष 2026 में बैंकिंग क्षेत्र की वृद्धि दर की तुलना में दिए गए ऋण को बढ़ाने और वित्त वर्ष 2027 में बैंकिंग व्यवस्था की कुल वृद्धि से आगे निकलने का भरोसा है’।
उन्होंने आगे कहा कि बैलेंस शीट में वृद्धि के अलावा ग्राहकों की ओर ध्यान, तकनीक और बैंक के कर्मचारी अहम हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारी स्पष्ट रणनीति है कि किस तरह से अबसे अपनी गति प्राप्त करेंगे। बैंक को अपना सीडी अनुपात कम करने की मजबूरी थी, इसलिए हम कम वृद्धि दर से आगे बढ़ रहे हैं। हमने बेहतर तरीके से सीडी अनुपात कम किया है। अब हम उस निम्न स्तर से पहली ही तिमाही में रफ्तार देख रहे हैं। मुझे लगता है कि यह सही चल रहा है और अगली 3 तिमाहियों में वृद्धि दर लगातार ऊपर की ओर रहने की संभावना है।’