विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जैक सुलिवन के साथ बातचीत की जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आसन्न वाशिंगटन यात्रा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित किया गया। बाइडन प्रशासन के शीर्ष अधिकारी सुलिवन प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिकी दौरे से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा अन्य वारिष्ठ अधिकारियों से बातचीत करने के लिए मंगलवार को दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे।
जयशंकर ने कहा कि सुलिवन के साथ बातचीत के दौरान वैश्विक सामरिक घटनाक्रम पर चर्चा हुई। विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, ‘अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन से साउथ ब्लाक में आज सुबह मुलाकात हुई। हमारी बातचीत के केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी अमेरिका यात्रा की तैयारी रही।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे गठजोड़ के दृष्टिकोण से वैश्विक सामरिक घटनाक्रम पर भी चर्चा हुई।’
सुलिवन ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी मुलाकात की थी। दोनों ने ‘सेमी-कंडक्टर’, अगली पीढ़ी के दूरसंचार, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और रक्षा सहित सात विशिष्ट उच्च-प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में दोनों देशों के सहयोग के लिए एक महत्त्वाकांक्षी खाका सामने रखा था। उन्होंने कहा था कि दोनों पक्ष अपने सहयोग की पूर्ण क्षमता को हासिल करने के लिए जरूरी विषयों पर आगे बढ़ने को आशान्वित हैं।
डोभाल और सुलिवन ने ‘ट्रैक 1.5 डायलॉग’ से पहले वार्ता की, जिसमें कई द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे। मोदी को राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन ने आधिकारिक राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया है। उनकी इस यात्रा में 22 जून को राजकीय रात्रिभोज भी शामिल होगा। मोदी 23 जून को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। यह दूसरा अवसर होगा, जब मोदी अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करेंगे।
‘सकारात्मक रणनीतिक परिणाम’ वाले रिश्ते
व्हाइट हाउस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजकीय यात्रा के जरिये अमेरिका यह संदेश देना चाहता है कि भारत और अमेरिका के बीच ‘सकारात्मक रणनीतिक परिणाम’ वाले संबंध हैं। अमेरिका भारत व्यापार परिषद की मंगलवार को आयोजित वार्षिक ‘भारत विचार सम्मेलन’ के दौरान प्रधान राष्ट्रीय उप सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा कि वर्षों से प्रशासनों के बीच संबंधों को मजबूत करने के बाद अमेरिका-भारत साझेदारी पहले से कहीं अधिक गहरी और मूल्यवान हुई है।
काफी उत्साहित है अमेरिकी कॉरपोरेट जगत
अमेरिकी कॉरपोरेट जगत के दिग्गजों ने कहा है कि वे भारत को लेकर उत्साहित हैं और सेमीकंडक्टर, रक्षा, साइबर सुरक्षा और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी सहयोग को आगे बढ़ते देखना चाहते हैं।