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तीसरी तिमाही में TCS और Infosys की आय रही नरम, नतीजों में IT सेक्टर पर चुनौतियों की छाप

आय वृद्धि नरम रहने से कंपनियों के मार्जिन पर भी असर दिख सकता है, जो मुख्य रूप से लागत कम करने और उत्पादकता बढ़ाने से बढ़ा है।

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शिवानी शिंदे   
आयुष्मान बरुआ   
Last Updated- January 11, 2024 | 11:15 PM IST

चालू वित्त वर्ष में देश की दो सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनियों का प्रदर्शन बताता है कि वृहद आर्थिक माहौल में सुधार होना अभी बाकी है और ग्राहक ज्यादा खर्च करने के लिए फिलहाल तैयार नहीं हैं।

देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस (Infosys) ने लगातार तीसरी तिमाही में आय वृद्धि का अपना अनुमान घटाया है। कंपनी को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में उसकी आय 1.5 से 2 फीसदी के दायरे में बढ़ सकती है। वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में इन्फोसिस की आय 38,821 करोड़ रुपये रही।

इस उद्योग की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की आय वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में साल भर पहले की तुलना में 4 फीसदी और दूसरी तिमाही के मुकाबले 1.5 फीसदी बढ़ी है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में टीसीएस की आय 60,583 करोड़ रुपये रही मगर उसका प्रदर्शन ब्लूमबर्ग के अनुमान से बेहतर रहा है। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में टीसीएस की आय अक्टूबर-दिसंबर, 2022 से 19.1 फीसदी और दूसरी तिमाही से 5.2 फीसदी बढ़ी।

शीर्ष प्रबंधन के बयान में ग्राहकों के खर्च में अनिश्चितता का संकेत मिलता है। टीसीएस के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक के कृत्तिवासन ने कहा, ‘पिछली तिमाही में धारणा में किसी तरह का बड़ा बदलाव नहीं दिखा। स्थिति बहुत ज्यादा नहीं बदली है। ब्याज दरों में कमी आने की उम्मीद पूरी नहीं होने से निर्णय लेने में अनिश्चितता बनी हुई है।’

इन्फोसिस के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने भी टीसीएस प्रमुख की तरह ही बयान जारी किया। ग्राहकों के बजट के बारे में पूछे जाने पर पारेख ने कहा, ‘बजट की प्रक्रिया शुरू है और हमारे कई ग्राहकों ने इसे औपचारिक रूप दे दिया है। फिलहाल हमें पिछली तिमाही से किसी तरह का बदलाव नहीं दिखा है। हमें नहीं लगता कि स्थिति ज्यादा खराब होगी।’

आम तौर पर तीसरी तिमाही आईटी कंपनियों के लिए नरम मानी जाती है। उद्योग के बड़े बाजार अमेरिका में भी साफ तौर पर कारोबार सुस्त दिख रहा है। अमेरिकी बाजार में टीसीएस की वृद्धि 3.1 फीसदी घटी है और बीएफएसआई उद्योगों की आय में 3 फीसदी की कमी आई है।
इसी तरह इन्फोसिस की अमेरिकी बाजार में आय स्थिर मुद्रा पर 4.9 फीसदी घटी है। कंपनी की आय में सबसे ज्यादा योगदान वाली बीएफएसआई श्रेणी की आय भी 5.9 फीसदी कम रही।

आय वृद्धि नरम रहने से कंपनियों के मार्जिन पर भी असर दिख सकता है, जो मुख्य रूप से लागत कम करने और उत्पादकता बढ़ाने से बढ़ा है। टीसीएस का परिचालन मार्जिन 70 आधार अंक बढ़ा है। इसमें से 60 आधार अंक वृद्धि उत्पादकता और लागत घटाने के कारण आई है। वेतन वृद्धि के कारण इन्फोसिस का भी मार्जिन घटा है।

चौथी तिमाही में भी नरम वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं क्योंकि कर्मचारियों की कंपनी छोड़ने की दर कम रहने के बावजूद दोनों शीर्ष कंपनियों के कर्मचारियों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है।

First Published : January 11, 2024 | 10:59 PM IST