बेंचमार्क नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी बुधवार को पहली बार 20,000 के पार बंद हुआ, वहीं एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स ने लगातार नौवें दिन बढ़ोतरी दर्ज की और इस तरह से अप्रैल में इतने लंबे समय तक रही तेजी की बराबरी कर ली।
इंडेक्स के अग्रणी भारांक वाले शेयरों में बढ़त और सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों ने देसी बाजार को अपनी रफ्तार बनाए रखने में मदद की जबकि वैश्विक बाजारों ने नुकसान का सामना किया।
निफ्टी ने 77 अंकों की बढ़त के साथ 20,070 पर कारोबार की समाप्ति की, वहीं सेंसेक्स 246 अंकों की उछाल के साथ 67,467 पर टिका। पिछले नौ कारोबारी सत्र में 2,706 अंक यानी 4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज करने वाला सेंसेक्स अब अपने नए सर्वोच्च स्तर से महज 82 अंक दूर है। अगर सेंसेक्स एक और दिन चढ़ता है तो यह जनवरी 2021 के बाद बढ़त की सबसे लंबी अवधि होगी क्योंकि तब इसमें लगातार 10 दिन तक इजाफा दर्ज हुआ था।
हालांकि विशेषज्ञ गुरुवार को बाजार में गिरावट की संभावना से इनकार नहीं कर रहे क्योंकि बाजार बंद होने के बाद जारी अमेरिकी महंगाई के आंकड़े अमेरिकी फेडरल रिजर्वके अगले कदम को लेकर चिंता बढ़ा रहे हैं।
देश में निवेशकों का सेंटिमेंट खुदरा महंगाई व औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों से मजबूत हुआ, जो मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद जारी हुए थे। खुदरा महंगाई अगस्त में घटकर 6.83 फीसदी रह गई, जो जुलाई में 15 महीने के उच्चस्तर पर पहुंच गई थी। इसकी वजह सब्जियों की कीमत में नरमी है। इसके अलावा वस्त्र व फुटवियर, हाउसिंग व अन्य आइटम की कीमतें भी नरम हुई हैं।
इसी तरह भारत का फैक्टरी आउटपुट यानी औद्योगिक उत्पादन जुलाई में पांच महीने के उच्चस्तर 5.7 फीसदी पर पहुंच गया, जो जून में 3.7 फीसदी रहा था। इसकी वजह खनन व बिजली उत्पादन में हुई बढ़ोतरी है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, कुल मिलाकर सेंटिमेंट में सुधार देसी खुदरा महंगाई के आंकड़ों से हुआ, जो दो महीने के निचले स्तर पर चला गया है, वहीं जुलाई में औद्योगिक उत्पादन का आंकड़ा पांच महीने के उच्चस्तर पर पहुंच गया। हम निवेशकों को अल्पावधि के लिहाज से अपना द्यान स्मॉल व मिडकैप से लार्जकैप की ओर केंद्रित करने की सलाह दे रहे हैं क्योंकि वहां जोखिम-प्रतिफल अनुकूल है।
व्यापक बाजारों में सुधार मंगलवार की मुनाफावसूली के बाद दर्ज हुआ और निफ्टी स्मॉलकैप 100 व निफ्टी मिडकैप 100 में क्रमश: 1.2 फीसदी व 0.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
एक दिन पहले इन दोनों में दिसंबर के बाद की सबसे बड़ी एकदिवसीय गिरावट देखने को मिली थी, जो इस चिंता से थी कि मूल्यांकन बहुत ज्यादा हो गया है क्योंकि इस साल मार्च के निचले स्तर से इनमें 40 फीसदी की तेजी आ चुकी है।
सेंसेक्स व निफ्टी मार्च 2023 के निचले स्तर से 18 फीसदी चढ़े हैं। पिछले कुछ वर्षों के उलट इस साल की तेजी व्यापक आधारित रही है और ज्यादातर क्षेत्रों ने इसमें भागीदारी की है।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी प्रणव हरिदासन ने कहा, इस समय हमारा मानना है कि कुछ जोखिम से बाहर निकलना और अच्छी चाल वाले लार्जकैप व रक्षात्मक शेयरों की ओर जाना निवेशकों के लिए बुद्धिमानी होगी। स्मॉलकैप व मिडकैप शेयरों में हम निवेशकों को वैसी कंपनियों के साथ बने रहने की सिफारिश कर रहे है, जिसका ट्रैक रिकॉर्ड बुद्धिमानी के साथ पूंजी आवंटन व सक्षम कारोबारी परिचालन के जरिये निवेशकों के लिए परिसंपत्ति सृजन में रहा हो।
बुधवार को बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात मजबूत रहा और 2,144 शेयर चढ़े जबकि 1,514 में गिरावट आई। सेंसेक्स के दो तिहाई शेयरों में उछाल दर्ज हुई।
भारती एयरटेल में 2.7 फीसदी की उछाल आई और यह सेंसेक्स के शेयरों में सबसे ज्यादा चढ़ा और सेंसेक्स की बढ़त में सबसे ज्यादा योगदान किया। दूरसंचार क्षेत्र के शेयर सबसे ज्यादा चढ़े और उसका क्षेत्रीय सूचकांक बीएसई पर 2.6 फीसदी चढ़ा।