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Layoffs: यूनिकॉर्न ShareChat ने की 200 कर्मचारियों की छंटनी

इस साल जनवरी में शेयरचैट और मोज प्लेटफॉर्म की मूल कंपनी मोहल्ला टेक प्राइवेट लिमिटेड ने अपने पूरे कार्यबल का 20 फीसदी यानी करीब 500 कर्मचारियों की छंटनी की थी।

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पीरज़ादा अबरार   
Last Updated- December 20, 2023 | 9:59 PM IST

सोशल मीडिया यूनिकॉर्न शेयरचैट (ShareChat) ने अपने 200 कर्मचारियों को नौकरी निकाल दिया है। कंपनी ने अपने सभी श्रेणियों से करीब 15 फीसदी कार्यबल कम कर दिया है।

सूत्रों ने बताया कि लागत कम करने और अगली छह तिमाहियों के भीतर लाभप्रद बनने की रणनीति के तहत भारतीय सोशल नेटवर्क कंपनी ने इस साल दूसरी बार ऐसा कदम उठाया है।

कंपनी ने आज कहा, ‘शेयरचैट ने अगले साल के लिए वार्षिक योजना के हिस्से के तहत रणनीतिक पुनर्गठन किया है। इस फैसले से कंपनी की लागत को सुधारने और अगली 4-6 तिमाहियों के भीतर लाभप्रदता हासिल करने की प्रतिबद्धता दिखती है।’

ShareChat ने कहा कि रणनीतिक दृष्टि के अनुरूप कंपनी अपने परिचालन को सुधारने, उत्पादकता बढ़ाने और फर्म के सतत विकास के लिए बड़े पैमान पर पुनर्गठन का प्रयास कर रही है। नतीजतन, टीम के आकार में करीब 15 फीसदी की कमी की गई है। कंपनी ने कहा, ‘शेयरचैट इस पूरी प्रक्रिया के दौरान अपने मूल्यों और अपने कर्मचारियों के हितों के लिए प्रतिबद्ध रही।’

इस साल जनवरी में शेयरचैट और मोज प्लेटफॉर्म की मूल कंपनी मोहल्ला टेक प्राइवेट लिमिटेड ने अपने पूरे कार्यबल का 20 फीसदी यानी करीब 500 कर्मचारियों की छंटनी की थी। उसी महीने कंपनी के सह-संस्थापक भानु प्रताप सिंह और फरीह अहसन ने भी कंपनी के कार्यकारी की भूमिका से इस्तीफा दे दिया।

बाद में उन्होंने रोबोटिक्स स्टार्टअप जनरल ऑटोनॉमी पेश किया और हाल ही में वेंचर कैपिटल फर्म इंडिया क्योशेंट, एलिवेशन कैपिटल और कुछ अन्य बड़े निवेशकों से शुरुआती फंडिंग में 30 लाख डॉलर जुटाए।

शेयरचैट में टेमासेक, Google, टाइगर ग्लोबल, स्नैप, Twitter, लाइटस्पीड, सैफ पार्टनर्स (अब एलिवेशन कैपिटल) जैसी कंपनियां और पवन मुंजाल तथा अजय श्रीधर श्रीराम जैसे निवेशकों ने निवेश किया है। पिछले साल कंपनी ने 5 अरब डॉलर का मूल्यांकन हासिल किया जब इसने कुल 52 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए फंडिंग राउंड बंद की।

खबरों के अनुसार कंपनी अब कथित तौर पर लगभग 5 करोड़ डॉलर की नई फंडिंग हासिल करने की प्रक्रिया में है, जिससे स्टार्टअप का मूल्यांकन लगभग 1.5 अरब डॉलर तक कम हो जाएगा।

मीडिया प्लेटफॉर्म एनट्रैकर के अनुसार, शेयरचैट का परिचालन से राजस्व वित्त वर्ष 2023 में 59.4 फीसदी बढ़कर 533 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2022 में 347 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का घाटा 8.4 फीसदी की मामूली वृद्धि के साथ 3,241 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2022 में यह 2,989 करोड़ रुपये था।

First Published : December 20, 2023 | 9:53 PM IST