देश की सबसे बड़ी हरित ऊर्जा इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) तथा सलाहकार कंपनियों में शामिल जेनसोल इंजीनियरिंग अगले साल तक इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने के साथ ही अपना पहला विनिर्माण उद्यम फलीभूत होते देखेगी।
जेनसोल ने पुणे में एक विनिर्माण इकाई स्थापित की है और दूसरी साणंद में स्थापित करने की योजना है। कंपनी ने ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) को मंजूरी के लिए योजना पेश की है।
जेनसोल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अनमोल जग्गी ने कहा ‘हमारी विनिर्माण इकाई पूरी तरह से तैयार है। एआरएआई की मंजूरी प्रक्रियाधीन है। इसके हासिल होने के बाद हम 45 दिनों में उत्पादन शुरू कर सकते हैं। हमें उम्मीद है कि हम जनवरी में उत्पादन शुरू कर सकते हैं।’
जग्गी ने पिछले सप्ताह गुरुग्राम में कंपनी के नए कार्यालय में इस समाचार पत्र के साथ एक साक्षात्कार में कहा था कि पुणे के चाकण में संयंत्र में तिपहिया, दो-सीट वाले रिवर्स ट्रोइका वाहन बनाए जाएंगे जो ‘बोर्न इलेक्ट्रिक’ हैं।
जेनसोल वर्ष 2019 से बीएसई पर सूचीबद्ध है। जग्गी इलेक्ट्रिक राइड हेलिंग उद्यम ब्लूस्मार्ट के सह-संस्थापक भी हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी की पहली ईवी पेशकश को ब्लूस्मार्ट के बेड़े में शामिल किया जाएगा।
जग्गी ने कहा कि ब्लूस्मार्ट की लगभग 90 प्रतिशत राइड एकल यात्री वाली होती है। एक यात्री के लिए यह आदर्श कार है। इससे भीड़भाड़ भी कम होगी। मौजूदा कैब की तुलना में यह 18 रुपये प्रति किमी होगी, जो ऑटो की दर के करीब है। हम उन शहरों से शुरुआत करेंगे। हम प्रति माह 2,500 कारों का उत्पादन कर सकते हैं। हम उन शहरों से शुरुआत करेंगे, जहां हमारे पास चार्जिंग का बुनियादी ढांचा और सर्विस नेटवर्क है।