संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव की जापान के डिजिटल मंत्री कोनो तारो और अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रैमोंडो के साथ सप्ताहांत में हुई बैठक में 5जी, टेलीकॉम स्टेक्स और सक्षम तकनीक के क्षेत्र में व्यापक सहयोग को लेकर चर्चा की गई। मामले से जुड़े अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि यह चर्चा पुराने सहयोगियों के साथ रणनीतिक साझेदारी करने की भारत की योजना के तहत हुई है, जिसमें 5जी तकनीक लागू करने की मौजूदा योजना सहित उभरती तकनीक को लेकर सहयोग किया जाना शामिल है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशीदा के अगले सप्ताह होने जा रहे आधिकारिक दौरे के पहले वहां के डिजिटल मंत्री कानो तारो नई दिल्ली पहुंचे हैं और वे दौरे के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं। साथ ही वह जापान में अप्रैल में होने जा रही जी-7 डिजिटल और टेक्नोलॉजी मंत्रियों की बैठक के लिए नीतिगत जानकारियां हासिल कर रहे हैं। निजी क्षेत्र की कंपनियों के बीच सहयोग को मजबूत करना भी एजेंडे में शामिल है। भारत के स्वदेशी टेलीकॉम स्टेक के कदम का हिस्सा बनने में भी जापान रुचि ले रहा है।
दूरसंचार विभाग के तहत सेंटर फॉर डेवलपमेंट आफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) स्वदेशी तकनीक पर बेहतर दूरसंचार उपकरणों का पूरा स्टेक विकसित करने की प्रक्रिया में है। इसमें पूरी तरह से स्वदेशी नॉन स्टैंडअलोन (एनएसए) 5जी कोर की डिजाइनिंग शामिल है। यह भारत का पहला स्वदेश निर्मित स्टैंडअलोन (एसए) 5जी कोर बनाने पर भी काम कर रहा है, जिसे एनएसए कोर में तकनीकी सुधार के रूप में देखा जा रहा है। सी-डॉट के अधिकारियों ने इसके पहले बिजनेस स्टैंडर्ड को बताता था कि अगले 6 महीने में पहला घरेलू विकसित 5जी रेडियो और एंटीना और 5जी रेडियो एक्सेस नेटवर्क (आरएएन) भी तैयार हो जाएगा।