प्रतीकात्मक तस्वीर
सितंबर 2024 में पेश विंडसर ने इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में उथल-पुथल का लक्ष्य हासिल कर लिया है। बाजार के लिए यह जरूरी था। जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया के निदेशक पार्थ जिंदल ने रविवार को ये बातें कही।
विंडसर की मदद से जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर की कुल बिक्री 2024 की आखिरी तिमाही में सालाना आधार पर 35 फीसदी की उछाल के साथ 20,580 वाहन हो गई। इस बीच, इस अवधि में उद्योग की कुल बिक्री सालाना आधार पर महज 5.4 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 10.7 लाख वाहन रही।
जिंदल ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि हम चाहते थे कि एमजी विंडसर इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में उथल-पुथल मचाए और उसने इसे हासिल कर लिया है। यह वाहन नवोन्मेषी, भविष्योन्मुखी और टिकाऊ आवाजाही के लिए हमारी प्रतिबद्धता के मुताबिक है। इसमें ए प्लस सेगमेंट की कीमत, बी प्लस सेगमेंट का बाहरी आयाम और सी प्लस सेगमेंट का आकर्षण जैसी सभी बातें शामिल हैं।
ए प्लस एसयूवी कॉम्पैक्ट चार मीटर से कम का है और अफोर्डेबल है। यह शहरों के लिए उपयुक्त है। बी प्लस एसयूवी थोड़ा बड़ा, ज्यादा जगह वाला और फैमिली के लिए विशेषताओं से लैस है। सी प्लस एसयूवी सबसे बड़ा, ज्यादा प्रीमियम और पावरफुल इंजन व उन्नत विशेषताओं के साथ है।
जिंदल ने कहा कि एमजी विंडसर ने वास्तव में भारतीय सड़कों पर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लोकतंत्रीकरण को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि विंडसर की मदद से कंपनी की इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री साल 2024 में दोगुनी हो गई।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में भारत में 99,165 इलेक्ट्रिक कारें बिकी जो सालाना आधार पर 19.9 फीसदी की वृद्धि दर्शाती है।
फाडा के अनुसार जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर की भारत में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में साल 2023 में महज 11.5 फीसदी हिस्सेदारी थी जो साल 2024 में बढ़कर 21.66 फीसदी हो गई। इलेक्ट्रिक कार बाजार में अग्रणी टाटा मोटर्स की हिस्सेदारी साल 2023 के 72.68 फीसदी से घटकर साल 2024 में 62 फीसदी रह गई। जिंदल ने कहा कि हमारी कई नई पेशकश की योजना है। हमें भरोसा है कि हम पुराने आंकड़े को पीछे छोड़ देंगे।