जहाजरानी मंत्री जीके वासन ने इस मौके पर कहा, इस परियोजना के पूरा होने से ओडि़शा विश्व में एलएनजी नक्शे पर आ जाएगा। इससे औद्योगिक विकास तथा रोजगार सृजन में नये युग की शुरूआत होगी और कुल मिलाकर देश का आर्थिक विकास होगा।
फ्लोटिंग स्टोरेज स्टोरेज रीगैसिफिकेशन यूनिट :एफएसआरयू: की इस परियोजना की आरंभिक क्षमता पहले चरण में 40 लाख टन प्रतिवर्ष :एमटीपीए: होगी। 1,70,000 घन मीटर स्टोरेज क्षमता के साथ इसकी उच्चतम क्षमता 48 लाख टन सालाना होगी।
परियोजना का पहला चरण वर्ष 2017 तक परिचालन में होगा।
पोर्ट ट्रस्ट की तरफ से पानी के कटान और गाद निकालने के काम में 650 करोड़ का निवेश किया जायेगा तो गेल 2,458 करोड़ रपये का निवेश करेगी।
भाषा