वेस्टइंडीज के पूर्व व्हाइट-बॉल कप्तान निकोलस पूरन ने सिर्फ 29 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। पूरन ने सोमवार को सोशल मीडिया के ज़रिए अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उन्होंने काफी सोच-विचार के बाद यह फैसला लिया है। अपने बयान में पूरन ने लिखा, “जिस खेल से हमें खुशी, उद्देश्य और यादगार पल मिले, उसी से अब मैं विदा ले रहा हूं। वेस्टइंडीज की जर्सी पहनना, एंथम के समय खड़ा होना और मैदान पर अपनी पूरी ताक़त देना—ये सब मेरे लिए शब्दों में बयां करना मुश्किल है। कप्तान बनना मेरे जीवन का एक बड़ा सम्मान था।”
पूरन ने आगे लिखा, “फैंस का प्यार मेरे लिए हमेशा खास रहा है। जब मुश्किल वक्त था, आपने मुझे संभाला और जब अच्छा वक्त था, आपने खुलकर जश्न मनाया। मेरे परिवार, दोस्तों और टीम साथियों को भी शुक्रिया, जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया।” निकोलस पूरन ने वेस्टइंडीज के लिए कुल 106 टी20 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 2275 रन बनाए। वह वेस्टइंडीज के सबसे ज़्यादा टी20 इंटरनेशनल खेलने वाले खिलाड़ी भी हैं और सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले भी। उनका स्ट्राइक रेट 136.39 रहा।
वनडे में पूरन ने 61 मैचों में 1983 रन बनाए, औसत 39.66 और स्ट्राइक रेट 99.15 रहा। 2023 में वेस्टइंडीज के वर्ल्ड कप क्वालिफायर से बाहर होने के बाद से उन्होंने वनडे नहीं खेला था। 2024 पूरन के करियर का सबसे धमाकेदार साल रहा। उन्होंने एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज़्यादा 170 छक्के लगाए। आईपीएल 2025 में लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए खेलते हुए उन्होंने 524 रन बनाए, स्ट्राइक रेट रहा 196.25 और पांच अर्धशतक जड़े। इसके बावजूद उनका इंटरनेशनल से अचानक संन्यास चौंकाने वाला रहा।
नवंबर 2024 में अपने 100वें टी20 मैच के दौरान पूरन ने कहा था कि वे 100 और टी20 खेलना चाहते हैं। ऐसे में उनके संन्यास की घोषणा वेस्टइंडीज की 2026 टी20 वर्ल्ड कप की योजनाओं के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है। निकोलस पूरन ने 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ यूएई में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। 2019 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे डेब्यू किया। 2022 में वे वेस्टइंडीज के व्हाइट-बॉल कप्तान बने थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी थी। अब पूरन पूरी तरह से फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट पर ध्यान देंगे।