सरकार द्वारा पेश फेम (इलेक्ट्रिक वाहनों के तेज चयन एवं निर्माण) योजना के दूसरे चरण के तहत रियायातों में वृद्घि के बाद इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माताओं ने या तो अपने मॉडलों की कीमतें घटा दी हैं या फिर वे अगले कुछ दिनों में ऐसा करने की योजना बना रही हैं। निर्माताओं का कहना है कि ज्यादा रियायतों से उन्हें कीमतें घटाने में मदद मिलेगी।
सरकार ने शुक्रवार को भारत में फेम के लिए योजना में आंशिक तौर पर बदलाव किया था, जिसमें 15,000 रुपये प्रति किलोवॉट के इलेक्ट्रिक दोपहिया के लिए मांग संबंधित रियायत शामिल है जबकि पहले सभी ईवी के लिए 10,000 रुपये प्रति केडब्ल्यू की एक समान सब्सिडी की व्यवस्था थी। नए बदलाव में, भारी उद्योगों के विभाग ने भी इलेक्ट्रिक दोपहिया के लिए रियायतें वाहनों की कुल लागत के 40 प्रतिशत पर सीमित की हैं जो पहले की 20 प्रतिशत रियायत के मुकाबले ज्यादा है। मॉडल और वैरिएंट के आधार पर, एथर एनर्जी और हीरो इलेक्ट्रिक समेत निर्माताओं ने अब कीमतों में 15,000 रुपये से लेकर 28,000 रुपये के दायरे में कीमत कटौती की है, वहीं अन्य इस सप्ताह कीमत कटौती की घोषणा करेंगे। कीमत कटौती से ई-दोपहिया और पेट्रोल इंजन (आईसीई) संचालित दोपहिया के बीच कीमत अंतर घटा है, लेकिन आईसीई संचालित दोपहिया ई-दोपहिया के मुकाबले सस्ते बने हुए हैं।
एथर एनर्जी के 450एक्स का ही उदाहरण ले लीजिए। ताजा रियायतों के बाद, दिल्ली में इसके मॉडल की शोरूम कीमत 146,926 रुपये से घटकर 132,426 रुपये रह गई है। वहीं होंडा ऐक्टिवा 125सीसी की कीमत 97,723 रुपये है। हालांकि जब कुछ कम बिक्री वाले वाहनों से तुलना की जाए तो वेस्पा एसएक्सएल 125 (जिसकी कीमत 117,000 रुपये से 122,000-एक्स शोरूम, दिल्ली) जैसे विशेष मॉडलों की नई कीमतें अब बराबर आ गई हैं।
एथर एनर्जी के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी तरुण मेहता ने कहा, ‘नए कदम से हमें कम कीमत (अब 100,000 रुपये से नीचे) पर कई और स्कूटर पेश करने में आसानी होगी। इसके अलावा कीमत अंतर उस स्थिति में भी घटा है जब आप ऑन-रोड कीमतों से तुलना करें, जो ग्राहक वास्तव में चुकाते (एक्स-शोरूम कीमत नहीं) हैं।’
ऊंचे रियायतों और उसके बाद कीमतों में कटौती ने ईवी को काफी किफायती बना दिया है और इन्हें बड़ी संख्या में खरीदारों के अनुकूल बना दिया है, खासकर उनके, जो अब तक ऊंची कीमत की वजह से इन्हें खरीदने से परहेज करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में पेट्रोलल कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर के आसपास पहुंच चुकी हैं। इससे भी ई-दोपहिया की लोकप्रियता तेजी से बढ़ेगी।
मेहता ने कहा, ‘अब पेट्रोल और ईवी स्कूटर के बीच बड़ा अंतर दूर हो गया है।’ इलेक्ट्रिक दोपहिया की बिक्री महामारी के बावजूद बढ़ी है और अब इस अतिरिक्त रियायत के साथ उन्हें इलेक्ट्रिक दोपहिया बिक्री तेजी से बढऩे और वर्ष 2025 तक यह 60 लाख वाहन पर पहुंच जाने की उम्मीद है।
सोसायटी ऑफ मैन्युफेक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (एसएमईवी) के अनुसार, भारत ने वित्त वर्ष 2021 में 143,821 इलेक्ट्रिक दोपहिया की बिक्री की, जो सालाना आधार पर 6 प्रतिशत की गिरावट है। हीरो मोटोकॉर्प समर्थित एथर ने अब अपना वितरण बढ़ाने और शुरू के 30 शहरों के बजाय 100 शहरों तक पहुंच बनाने की योजना बनाई है।
