दिल्ली के स्कूलों में आगामी सत्र से सड़क सुरक्षा शिक्षा अनिवार्य रूप से दी जाएगी।
सड़क सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने इस शिक्षा को स्कूलों में लागू करने की सिफारिश दिल्ली सरकार से की थी। जिसे दिल्ली सरकारी ने अपनी मंजूरी दे दी है।
यह जानकारी दिल्ली यातायात पुलिस के उपायुक्त ने सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स की तरफ से भारत में सड़क सुरक्षा पर जारी एक रिपोर्ट के दौरान दी। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने इस रिपोर्ट को जारी करते हुए कहा कि भारत में सड़क सुरक्षा एक गंभीर समस्या है।
यातायात पुलिस की तरफ से इस बात का भी खुलासा किया गया कि दिल्ली में दो तिहाई दुर्घटनाएं व्यावसायिक वाहनों की वजह से होती है। 28 फीसदी दुर्घटनाओं के लिए दोपहिया वाहन जिम्मेदार बताए गए। इस मौके पर सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ दिनेश मोहन ने कहा कि दिन में बत्ती जलाकर दोपहिया वाहन चलाने से तत्काल प्रभाव से दुर्घटनाओं में 15 फीसदी तक की कमी आ सकती है।
उन्होंने देश में 4-5 सड़क सुरक्षा से जुड़े अनुसंधान केंद्र खोलने की भी सिफारिश की जिसके लिए 10 करोड़ रुपये के बजट की जरूरत होगी। दिल्ली आईआईटी की प्रोफेसर गीतम तिवारी ने कहा कि वर्ष 2030 तक भारत की प्रति व्यक्ति आय 15,000 अमेरिकी डॉलर हो जाएगी और उस समय प्रति 1000 व्यक्ति में से 100-150 लोगों के पास कारें होंगी। रिपोर्ट के मुताबिक बस से होने वाली दुर्घटनाओं के मामले में दिल्ली देश भर में अव्वल है।