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Infosys Share: तिमाही नतीजों के बाद ब्रोकरेज बुलिश, कहा- महंगा नहीं है वैल्यूएशन, 23% तक मिल सकता है रिटर्न

Infosys Share Price: IT कंपनी का नेट मुनाफा 30 जून को समाप्त तिमाही में 8.7% बढ़कर 6,921 करोड़ रुपये हो गया। एक तिमाही पहले के मुकाबले कंपनी का मुनाफा 1.6% कम रहा।

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जतिन भूटानी   
Last Updated- July 24, 2025 | 10:11 AM IST

Infosys Target Price: आईटी सेक्टर के दिग्गज कंपनी इन्फोसिस लिमिटेड के शेयर गुरुवार (24 जुलाई) को बाजार खुलते ही बीएसई पर करीब आधा फीसदी चढ़ गए। कंपनी के शेयरों में यह बढ़त अप्रैल-जून तिमाही के नतीजों के बाद आई है। कंपनी ने बुधवार को बाजार बंद होने के बाद 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजों का ऐलान किया था। आईटी कंपनी का नेट मुनाफा 30 जून को समाप्त तिमाही में 8.7 फीसदी बढ़कर 6,921 करोड़ रुपये हो गया। एक तिमाही पहले के मुकाबले कंपनी का शुद्ध लाभ 1.6 फीसदी कम रहा। तिमाही के दौरान कंपनी की आय 7.5 फीसदी बढ़कर 42,279 करोड़ रुपये हो गई।

शेयर में जारी सुस्ती के बीच ब्रोकरेज कंपनियों ने इन्फोसिस के शेयर पर इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी जारी कर दी है। ज्यादातर ब्रोकरेज हाउसेस ने शेयर पर अपनी खरीदारी की सलाह को बरकरार रखा है। साथ ही 1,942 रुपये का टारगेट प्राइस दिया।

Infosys पर Nuvama: टारगेट प्राइस ₹1,850| रेटिंग BUY|

ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इन्फोसिस पर अपनी ‘BUY’ की रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस बढ़ाकर 1,850 रुपये कर दिया है। पहले यह 1700 रुपये था। इस तरह, शेयर 18 फीसदी का अपसाइड दे सकता है। इन्फोसिस के शेयर बुधवार को 1570 रुपये पर बंद हुए।

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज़ के अनुसार, इंफोसिस ने पहली तिमाही के नतीजे अच्छे बताए हैं। स्थिर मुद्रा (सीसी) के मामले में रेवेन्यू अनुमान से काफी बेहतर रहा है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि इंफोसिस ने रिजल्ट और क्वालिटी दोनों ही मामलों में ठोस वृद्धि दर्ज की है। हालांकि, गाइडेंस में सुधार मामूली था। लेकिन मौजूदा अनिश्चितताओं को देखते हुए यह उचित दिखाई पड़ता है।

ब्रोकरेज ने कहा हमारा अनुमान है कि अगले एक से दो तिमाहियों तक मांग का माहौल चुनौतीपूर्ण बना रहेगा। इसका कारण मैक्रोइकोनॉमिक अनिश्चितता है। हालांकि, हम मध्यम से लॉन्ग टर्म नजरिए को लेकर पॉजिटिव हैं। कंपनियों पर तकनीकी कर्ज बहुत अधिक है। इसलिए जैसे ही मैक्रो स्थिति सुधरेगी, आईटी पर खर्च फिर से बढ़ सकता है। ऐसे में इंफोसिस इस अवसर का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में नजर आ रही है। वित्त वर्ष 2026-27 के लिए 21 गुना पी/ई पर इसके वैल्यूएशन भी महंगे नहीं माने जा रहे हैं।

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Infosys पर Centrum Broking: टारगेट प्राइस ₹1,942| रेटिंग BUY|

सेंट्रम ब्रोकिंग ने इन्फोसिस (Infosys) पर ‘BUY’ रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 1,942 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह, 23 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है। ब्रोकरेज ने कहा कि फाइनेंशियल सर्विसेज और एनर्जी सेक्टर क्षेत्र में एआई और कंसोलिडेशन जैसे क्षेत्रों में अवसर नजर आ रहे हैं। बाहरी अनिश्चितताओं के बावजूद वित्त वर्ष 2025-26 के लिए हायरिंग प्लान ट्रैक पर हैं। यह भविष्य में डील कन्वर्जन और कंपनी की एग्जीक्यूशन क्षमता पर विश्वास को दर्शाता है। हमें उम्मीद है कि FY25 से FY28E तक कंपनी का रेवेन्यू, EBITDA और PAT क्रमशः 8.9%, 9.7% और 9.7% की CAGR से बढ़ सकता है।

Infosys पर Antique Broking: टारगेट प्राइस ₹1,750| रेटिंग HOLD|

एंटिक ब्रोकिंग ने इन्फोसिस पर अपनी ‘HOLD’ की सलाह को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 1,750 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। यह शेयर के मौजूदा भाव से 11 फीसदी ज्यादा है। ब्रोकरेज ने कहा कि इंफोसिस के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे। हालांकि, ऑर्गेनिक ग्रोथ गाइडेंस में सिर्फ मामूली बढ़ोतरी हुई है और मार्जिन हमारी अपेक्षाओं से थोड़े कम रहे। इसी कारण हमने अपने अनुमान में कोई बढ़ोतरी नहीं की है।

ब्रोकरेज के मुताबिक़, गाइडेंस में टैरिफ से जुड़ी चिंताओं, जियोपॉलिटिकल अनिश्चितता और थर्ड पार्टी रेवेन्यू में कमी जैसे फैक्टर्स को शामिल किया गया है। रेवेन्यू गाइडेंस 1% से 3% के बीच है, जो -0.3% से 1% की CQGR को दर्शाता है। पहली तिमाही के नतीजों के बाद हमने FY26 और FY27 के लिए EPS अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है। हम स्टॉक पर अपना HOLD रेटिंग बनाए रखते हैं और 24x के P/E मल्टीपल पर 1,750 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है।

Infosys Share Price: कैसे रहे Q1 नतीजे?

प्रमुख आईटी कंपनी इन्फोसिस का नेट मुनाफा 30 जून को समाप्त तिमाही में 8.7 फीसदी बढ़कर 6,921 करोड़ रुपये हो गया। इसे मुख्य तौर पर पिछले कर निर्धारण वर्षों के लिए 327 करोड़ रुपये की ब्याज आय और 101 करोड़ रुपये के नेट टैक्स प्रोविजन्स के उलटफेर से मदद मिली। एक तिमाही पहले के मुकाबले कंपनी का नेट लाभ 1.6 फीसदी कम रहा। तिमाही के दौरान कंपनी की आय 7.5 फीसदी बढ़कर 42,279 करोड़ रुपये हो गई। कमजोर वृहद आर्थिक परिदृश्य में भी वित्तीय सेवा एवं विनिर्माण कारोबार में दमदार सौदे मिलने से आय को बल मिला। एक तिमाही पहले के मुकाबले कंपनी की आय में 3.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।

ये दोनों आंकड़े ब्लूमबर्ग के अनुमान से बेहतर हैं। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने अनुमान जाहिर किया था कि कंपनी 6,778 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ और 41,724 करोड़ रुपये की आय दर्ज कर सकती है। इन्फोसिस ने 3.8 अरब डॉलर के बड़े सौदे हासिल करने से उत्साहित होकर अपने वृद्धि अनुमान के निचले स्तर को शून्य से बढ़ाकर 1 फीसदी तक कर दिया है। ऊपरी स्तर पर यह अभी पूरे साल के लिए 3 फीसदी है।

 

(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जो​खिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

First Published : July 24, 2025 | 9:59 AM IST