हरियाणा में सौर क्रांति की पहल

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 10:47 PM IST


सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए हरियाणा अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (हरेडा) ने 6 स्वतंत्र बिजली उत्पादकों (आईपीपी) के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इस परियोजना में 240 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे, जिसके तहत 12 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जाना है।


राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आईपीपी के लिए जल्द से जल्द एक समिति गठित की जाएगी और इन कंपनियों की हर तरह से मदद की जाएगी। हरेडा से साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद ये कंपनियां 2 महीने के अंदर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेंगी। इस परियोजना को अगले साल दिसंबर तक कार्यान्वित किया जाएगा।


नई दिल्ली की आर एस इंडिया विंड एनर्जी ने 3 मेगावाट और कोलकाता की एस्टोनफील्ड ने 3 मेगावाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए हरेडा के साथ हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा, नई दिल्ली की इपुरोन और एज्यूर पावर इंडिया ने क्रमशः 2 मेगावाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के लिए हरेडा से हाथ मिलाया है। इस परियोजना के लिए आर एस इंडिया विंड इनर्जी और एस्टोनफील्ड क्रमशः 60 करोड़ रुपये निवेश करेगी जबकि इपुरोन और एज्यूर पावर इंडिया क्रमशः 40 करोड़ रुपये के आसपास निवेश करेगी।


इसके अलावा, इरेडा ने 1 मेगावाट क्षमता वाली सौर ऊर्जा परियोजना की स्थापना के लिए गुड़गांव की ओमेक्स ऑटो और फरीदाबाद की सेलेक्टो सिस्टम के साथ भी सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। वास्तव में, यह समझौता परियोजना के एक विशेष अनुबंध के तहत किया गया है। इस परियोजना के लिए ये कंपनियां करीब 2 करोड़ रुपये निवेश करेंगी।


मुख्य सचिव और वित्तीय आयुक्त (बिजली और अक्षय ऊर्जा) अशोक लवासा ने बताया कि 6 स्वतंत्र बिजली उत्पादकों द्वारा इस परियोजना को अगले साल के दिसंबर महीने तक पूरा कर लिया जाएगा और इस पर करीब 240 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे। लवासा ने बताया कि हरियाणा देश के उन कुछ राज्यों में से एक है, जहां मेगावाट पैमाने पर सौर ऊर्जा आधारित परियोजना को स्थापित करने की पहल की जा रही है। उल्लेखनीय है कि हरेडा ने केंद्रीय टैरिफ सब्सिडी के तहत राज्य में सौर ऊर्जा परियोजना की स्थापना के लिए आईपीपी से प्रस्ताव आमंत्रित किए थे।

First Published : October 5, 2008 | 9:06 PM IST