मंदी से परेशान दिल्ली के कपड़ा कारोबारियों के गम होली भी कम नहीं कर सकी है। पिछले साल की तुलना में इस साल कपड़ों की बिक्री में लगभग 25 फीसदी की कमी रही है।
कपड़ा कारोबारियों के अनुसार पिछले चार महीने में व्यापार में लगभग 30 से 35 फीसदी की गिरावट आई है। व्यापारियों को उम्मीद थी कि होली के दौरान मांग में 30 फीसदी तक की बढ़ेगी। लेकिन होली का त्योहारी माहौल भी सूखा ही रहा।
दिल्ली एपैरल ट्रेडर्स एसोसिएशन के राकेश सिंह बताते है कि होली से भी मांग में कुछ खास बढ़ोतरी नहीं हो सकी है। बाजार के हालात सुधरते न देख कारोबारियों ने दूसरे राज्यों को जाने वाले कपड़े की आपूर्ति में 20 फीसदी बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है।
दिल्ली के प्रमुख कपड़ा बाजार गांधीनगर मार्केट एसोसिएशन के अनिल गुप्ता बताते है होली के दौरान बाजार में उपभोक्ताओं आते रहें, इसके लिए कारोबारियों ने अपना मुनाफा भी 10 से 15 फीसदी घटा दिया था। लेकिन इससे भी बात नहीं बनी। राकेश बताते हैं कि दिल्ली के कपड़ा कारोबारी उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब जैसे पड़ौसी राज्यों में कपड़े की आपूर्ति करते हैं।