दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी की समस्या दूर हो सकती है। दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन की किल्लत दूर करने के लिए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के साथ ही ऑक्सीजन टैंकर आयात करने का निर्णय लिया है। बैंकॉक से ऑक्सीजन टैंकर बुधवार से आने शुरू हो सकते हैं। इसके आने से ऑक्सीजन परिवहन में आने वाली समस्या दूर हो सकती है। सरकार बैंकॉक से 18 ऑक्सीजन टैंकर आयात कर रही है। इसके साथ ही फ्रांस से 21 ऑक्सीजन के संयंत्र का भी आयात किया जाएगा। इनका भी तुरंत इस्तेमाल किया जा सकेगा। सरकार अतिरिक्त आईसीयू बेड बनाने पर भी काम कर रही है। दिल्ली में 700 टन ऑक्सीजन की जरूरत है। केंद्र सरकार ने दिल्ली को अब तक 490 टन ऑक्सीजन आवंटित की है। लेकिन परिवहन समस्या मसलन टैंकरों की कमी के कारण आवंटित पूरी ऑक्सीजन दिल्ली को नहीं मिल पा रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि केंद्र सरकार ने जितनी ऑक्सीजन दिल्ली को आवंटित की है, उसको भी प्राप्त करने में टैंकरों की कमी के कारण परेशानी हो रही है। इसलिए दिल्ली सरकार ने बैंकॉक से 18 टैंकर आयात करने का निर्णय लिया है। यह टैंकर कल से आने चालू हो जाएंगे। केंद्र सरकार से हमने इसके लिए एयरपोर्ट के प्लेन देने के लिए अनुरोध किया है। इस पर उनका काफी सकारात्मक रवैया रहा है। इसके साथ ही फ्रांस से 21 ऑक्सीजन संयंत्र आयात किए जाएंगे। जिनका तुरंत इस्तेमाल किया जा सकेगा। इन्हें अस्पतालों में लगाया जाएगा, ताकि उनमें ऑक्सीजन की कमी दूर करने में मदद मिल सके।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार अगले एक महीने के अंदर दिल्ली में 44 ऑक्सीजन के संयंत्र लगाए जाएंगे। इसमें 8 केंद्र के और 36 संयंत्र दिल्ली सरकार के होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि ऑक्सीजन संयंत्र लगाने में बीच में कुछ देरी हो गई थी, इसके जो भी कारण रहे, लेकिन अब उम्मीद है कि संभवत: 30 अप्रैल तक यह 8 संयंत्र लगकर तैयार हो जाएंगे। ऑक्सीजन के 36 संयंत्र दिल्ली सरकार लगा रही है। इसमें से 21 संयंत्र फ्रांस से रहे हैं और बाकी 15 संयंत्र हमारे देश के हैं। इस तरह दिल्ली सरकार 36 ऑक्सीजन के संयंत्र अगले एक महीने के अंदर लगा रही है। दिल्ली सरकार अतिरिक्त आईसीयू बेड भी तैयार कर रही है। 10 मई तक दिल्ली में 1,200 अतिरिक्त आईसीयू बेड बनकर तैयार हो जाएंगे। ये बेड रामलीला मैदान और राधा स्वामी सत्संग में तैयार हो रहे हैं।
