दिल्ली में गुजरा तीसरी लहर का पीक!

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 9:51 PM IST

दिल्ली सरकार को लगता है कि दिल्ली में तीसरी लहर के दौरान कोरोना का पीक निकल चुका है। हालांकि सरकार यह भी मानती है कि खतरा अभी टला नहीं है। पीक निकलने की बड़ी वजह कोरोना के अब तक के रिकॉर्ड मामले दर्ज होने के बाद मामले घटकर अब आधे से भी कम रहना है। संक्रमण दर भी काफी घट चुकी है। गुरुवार को 12,306 कोरोना मामले दर्ज किए जो बुधवार को 13,785 मामलों से फीसदी 10.73 फीसदी कम हैं। संक्रमण दर भी 23.86 फीसदी से घटकर 21.48 फीसदी रह गई। गुरुवार को कोरोना से 43 मौत हुई।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को कहा कि लगता है कि राष्ट्रीय राजधानी से कोरोना महामारी की तीसरी लहर का पीक गुजर चुका है। दिल्ली में कोरोना के दैनिक मामलों में हाल ही में रिकॉर्ड 28,867 मामले दर्ज किए गए और संक्रमण दर भी 30 प्रतिशत से ऊपर चली गई थी। इन रिकॉर्ड मामलों को दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर का शीर्ष बिंदु माना जा सकता है और लगता है कि हमने उस बिंदु को पार कर लिया है। हालांकि जैन ने सतर्क किया कि हो सकता है कि दिल्ली में कोरोना लहर की पीक गुजर गई हो। लेकिन हम अभी भी खतरे से बाहर नहीं हो सकते हैं और हमें आंकड़ों पर नजर रखनी होगी। प्रतिबंधों में ढिलाई के सवाल पर जैन ने कहा कि कोरोना के मामले कम होने में इन कदमों का भी योगदान है और प्रतिबंधों में ढिलाई देने के संबंध में कोई भी निर्णय लेने से पहले हमें सबसे पहले आगामी दिनों में स्थिति पर नजर रखनी होगी। पिछले कुछ दिनों में कोरोना के दैनिक मामलों में कमी आई है। गुरुवार को बुधवार की तुलना में करीब 11 फीसदी कम मामले आए। सप्ताह भर में मामले ढाई घट चुके हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 13 जनवरी को 28,867 नए मामले दर्ज किए गए थे, जो कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से सबसे बड़ा उछाल था। तीसरी लहर में 14 जनवरी को संक्रमण दर बढ़कर 30 प्रतिशत से ज्यादा हो गई थी। अब यह घटकर करीब 22 फीसदी रह गई है। दिल्ली में कोरोना जांच में कमी के सवाल पर जैन ने दावा किया कि दिल्ली अभी भी किसी अन्य राज्य से ज्यादा दैनिक जांच कर रही है और जरूरत पडऩे पर किसी को जांच करने से मना नहीं किया जा रहा है।

महाराष्ट्र में 24 जनवरी से खुलेंगे स्कूल
कोरोना की तीसरी लहर की रफ्तार मंद पड़ते ही महाराष्ट्र सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए राज्य में स्कूल खोने का ऐलान कर दिया। शिक्षा विभाग ने आगामी 24 जनवरी से राज्य में स्कूलों को खोलने का निर्णय मुख्यमंत्री की सहमति के बाद लिया है। शिक्षकों और कर्मचारियों को टीका की दोनों खुराक लेना जरूरी होगा।
शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री के पास स्कूल खोलने से संबंधित एक प्रस्ताव भेजा था जिसे गुरुवार दोपहर मंजूर कर लिया गया है। आदेश के अनुसार पहली से लेकर 12वीं तक के स्कूल खोले जाएंगे। महाराष्ट्र की मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उन्हें भेजे गए इस आशय के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस संबंध में लिखित निर्देश आज या कल जारी किए जाएंगे।

First Published : January 20, 2022 | 10:52 PM IST