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हड़ताल से बिगड़ी फिल्मों की चाल

Last Updated- December 10, 2022 | 11:52 PM IST

फिल्म निर्माताओं की हड़ताल के कारण मल्टीप्लेक्सों के कारोबार में 30-50 फीसदी की गिरावट आने की आशंका है।
इस कारण मल्टीप्लेक्स मालिकों ने विज्ञापन और मार्केटिंग पर होने वाले खर्च को कम करने के लिए कम स्क्रीनों पर ही फिल्में दिखाने का फैसला किया है। इसके साथ ही मल्टीप्लेक्सों ने होने वाली नियुक्तियों को भी टाल दिया है।
मल्टीप्लेक्स शृंखलाओं के अनुसार मल्टीप्लेक्स हर महीने 40 लाख रुपये से लेकर लगभग 1 करोड़ रुपये का कारोबार करते हैं। लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि मल्टीप्लेक्स कितना बड़ा है। हालांकि मल्टीप्लेक्स मालिकों के साथ मुनाफे में बराबर की हिस्सेदारी मांग रहे फिल्म निर्माताओं की हड़ताल के कारण कोई भी नई फिल्म रिलीज नहीं होगी।
इस कारण मल्टीप्लेक्स मालिकों को कारोबार में 30-50 फीसदी गिरावट आने की आशंका है। मल्टीप्लेक्स मालिकों को 10-15 लाख रुपये की कमाई होने की उम्मीद है। फिलहाल इन मल्टीप्लेक्सों में हालिया रिलीज हुई फिल्मों को ही दिखाया जा रहा है।
फन मल्टीप्लेक्स के मुख्य परिचालन अधिकारी विशाल कपूर ने बताया, ‘हमें अपने परिचालन की कीमत कम करनी पड़ेगी क्योंकि नई फिल्में रिलीज नहीं होने से हमारे कारोबार पर असर पड़ेगा। अगर अभी तक हम चार स्क्रीन पर फिल्में दिखा रहे थे, तो अब हम दो स्क्रीन पर ही फिल्म दिखाएंगे। हमने कर्मचारियों की नियुक्तियां भी रोक दी हैं।’
मल्टीप्लेक्सों में सबसे ज्यादा खर्च बिजली, किराए और स्टाफ के वेतन पर होता है। मल्टीप्लेक्सों की 30 फीसदी कमाई खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थों की बिक्री से होती है, जबकि बाकी कमाई टिकटों की बिक्री पर निर्भर करती है।
कपूर ने बताया, ‘वैसे भी मल्टीप्लेक्सों में आने वाले लोगों की संख्या में 15 फीसदी की गिरावट आई है।’ श्रीनगर सिनेमाज की फेम मल्टीप्लेक्स शृंखला की शोनाली श्रॉफ ने बताया, ‘हम इस साल अपने विज्ञापन और मार्केटिंग बजट में कमी करेंगे। इसके साथ ही हम शो की संख्या भी कम करेंगे। कम संख्या में शो दिखाकर हम बिजली की खपत कम कर सकते हैं, जिससे हमारी लागत घटेगी।’
श्रीनगर सिनेमाज के मार्के टिंग प्रमुख अभिषेक रैना ने बताया, ‘कुल मिलाकर हम विज्ञापन और मार्केटिंग पर किए जाने वाले खर्च में 30-40 फीसदी की कटौती करने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए हमने अभी से उन फिल्मों के विज्ञापन देना बंद कर दिया है , जिनके विज्ञापन वितरक भी दे रहे हैं।
आमतौर पर हम हर हफ्ते दो अखबारों में दो विज्ञापन देने के लिए 40 हजार-60 हजार के बीच खर्च करते हैं। तो हम वहां पर भी खर्च कम कर रहे हैं। इसके साथ ही हम कई विज्ञापनों की लागत घटाने के लिए कई ब्रांडों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं।’ इसके साथ ही आईपीएल से भी इन मल्टीप्लेक्सों के कारोबार पर मार पड़ने की आशंका है।

First Published - April 10, 2009 | 4:09 PM IST

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