जर्मनी की कंपनी मेट्रो कैश ऐंड कैरी को पश्चिम बंगाल में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। वामपंथी सरकार की घटक फॉरवर्ड ब्लॉक ने कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
पार्टी ने कंपनी पर खुदरा कारोबार करने का आरोप लगाया है जबकि उसे कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) से थोक में कृषि उत्पाद बेचने का लाइसेंस मिला है। सूत्रों ने बताया कि एपीएमसी ने अपनी रिपोर्ट में कोलकाता में मेट्रो स्टोरों से नियमित बाजार समिति के लाइसेंस का उल्लंघन करने का जिक्र किया है।
मेट्रो स्टोर से कम से कम 1,000 रुपये की खरीद करने के लिए कारोबारियों को यह लाइसेंस दिया जाता है। एपीएमसी के चेयरमैन नरेन चटर्जी ने बताया, ‘एपीएमसी को ऐसी रिपोर्ट मिली है।
इसीलिए अगले हफ्ते एपीएमसी की एक टीम इस मामले की जांच के लिए मेट्रो कैश ऐंड कैरी के स्टोर का दौरा भी करने वाली है। कृषि उत्पादों को खुदरा स्तर पर बेचने के लिए एपीएमसी के लाइसेंस की जरूरत पड़ती है।
लेकिन जब तक स्टोरों का दौरा नहीं किया जाता तब तक इस बारे में कुछ भी कहना सही नहीं है।’ सूत्रों ने बताया कि जिन कारोबारियों को एक ही उत्पाद की खरीद के लिए लाइसेंस मिला है, वे कई उत्पाद खरीद रहे हैं।
मेट्रो कैश ऐंड कैरी के प्रवक्ता ने बताया, ‘कोलकाता में 3 महीने पहले ही यह स्टोर खोला गया है। कंपनी को इस स्टोर के कारोबार की समीक्षा करने के लिए समय चाहिए। समीक्षा के बाद ही हम बता पाएंगे कि यह स्टोर बाकी स्टोरों के मुकाबले कैसा चल रहा है।’