देश का उत्तर-पूर्वी राज्य असम आज आंतकवाद का फिर से निशाना बना। गुवाहाटी और निचले असम में हुए 11 बम धमाकों ने लोगों के दिल को दहला दिया।
इनमें से 4 बम विस्फोट गुवाहाटी में हुए जिनमें 30 लोगों के मारे जाने और 100 के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है। भाषा के अनुसार (समाचार एजेंसी) 13 श्रृंखलाबध्द बम विस्फोट में कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई है जबकि 470 से अधिक घायल हो गए हैं।
शहर में चारों बम विस्फोट राज्य विधानसभा और सचिवालय के नजदीक गणेशगुड़ी, उपायुक्त कार्यालय, फैंसी बाजार और पान बाजार में हुए है। सूत्रों के मुताबिक सभी बम धमाके आधा घंटे के अंतराल में हुए। पहला बम धमाका गणेशगुड़ी के सब्जी बाजार में साढ़े ग्यारह बजे हुआ। इसके अलावा निचले असम के बरपेटा, बोंगाईगांव और कोकराझाड़ में भी विस्फोट होने की सूचना है।
घायलों में कई की हालत काफी गंभीर है। प्राथमिक सूचनाओं के मुताबिक गुवाहाटी में लगभग 18 लोग और निचले असम में 2 लोग मारे गए है। जान-माल को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचान के लिए आंतकवाादियों ने सभी बम विस्फोटों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अंजाम दिया है। बम विस्फोटों के बाद भीड़ द्वारा पुलिस गाड़ियों में आग लगाए जाने पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके अलावा शहर में सुरक्षा का पुख्ते इंतजाम भी किया गया है।
इस बाबत फिक्की के उत्तर पूर्व क्षेत्र के अध्यक्ष आर एस जोशी ने कहा कि असम और अन्य उत्तर पूर्वी राज्य औद्योगिक तौर पर पहले से ही पिछड़े हुए है। ऐसे में बम विस्फोट राज्य के औद्योगिक विकास को बुरी तरह से प्रभावित कर सक ते है। बाहरी इलाकों के निवेशक भी राज्य में निवेश करने से हिचकेंगे, जो राज्य के औद्योगिक विकास में एक मुख्य बाधा बन जाएगा।
आज असम के विकास के लिए बड़ी मात्रा में निवेश की जरूरत है। हमारा प्रयास है कि बाहरी निवेशक राज्य में आकर निवेश करें लेकिन इस तरह के बम विस्फोट उद्यमियों में निवेश की असुरक्षा का भय पैदा कर सकते है। हालांकि बिजनेस स्टैंडर्ड ने राज्य के अन्य औद्योगिक संगठनों से भी बात करने की कोशिश की लेकिन बम विस्फोट के कारण शहर के ज्यादातर फोन लाइनों के व्यस्त होने के कारण संपर्क नहीं किया जा सका।