महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आखिरकार सबसे ज्यादा प्रभावित यवतमाल और अमरावती में जिले में दोबारा लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस मुद्दे पर आज सुबह चर्चा की और उसी के आधार पर जिलाधिकारियों ने यवतमाल और अमरावती में लॉकडाउन लगाने का फैसला किया। हाल के दिनों में फिर से महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।
कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए यवतमाल जिले में 28 फरवरी तक लॉकडाउन रहेगा। यवतमाल के जिलाधिकारी देवेंद्र सिंह ने यह फैसला किया है। यवतमाल में कोरोना मरीजों की तादाद काफी ज्यादा बढ़ चुकी है। जिले में दिसंबर महीने से लेकर 29 जनवरी तक 25 मरीजों की मौत हुई थी, लेकिन फरवरी महीने में यह आंकड़ा काफी ज्यादा बढ़ चुका है। राज्य में बुधवार को कोविड-19 के 4,787 नए मामले आए जो 2021 में राज्य में एक दिन में आए सर्वाधिक मामले हैं। जिलों में बुधवार को सबसे ज्यादा 230 नए मामले अमरावती में आए। यहां मंगलवार को 82 मामले आए थे।
महाराष्ट्र के अमरावती शहर में भी एक दिन के लिए लॉकडाउन लगाने का फैसला जिलाधिकारी ने किया है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। रविवार को अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। राज्य सरकार ने जिला अधिकारियों को लॉकडाउन लगाने संबंधी फैसले लेने की इजाजत दी है। अकोला में भी लॉकडाउन किसी भी समय लागू किया जा सकता है। अकोला नगर निगम में बुधवार को 105 और मंगलवार को 67 नए मामले आए। गौरतलब है कि यवतमाल, अमरावती और अकोला में कोरोना संक्रमण पिछले दिनों काफी ज्यादा बढ़ी है। यवतमाल, पंढरकवड़ा और पुसद में कोरोना मरीजों की तादाद सबसे ज्यादा है इन तीनों जगहों पर प्रतिदिन 500 के आसपास मरीज मिल रहे हैं। इस हिसाब से इन तीनों जगहों के मरीजों को मिलाकर रोजाना तकरीबन 15 मरीजों की जांच करना जरूरी है। जिला अस्पताल में बढ़ती मौतों के आंकड़े को देखते हुए डीन से डेथ ऑडिट रिपोर्ट भी मांगी गई है। इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी करो ना से होने वाली मौतों की ऑडिट रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है। जिला अधिकारी ने बताया कि हाई रिस्क और लो रिस्क एरिया के मुताबिक शहर में लॉकडाउन लगाया गया है।
मुंबई में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों में 721 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं। जबकि तीन मरीजों की मौत हुई है। जिसकी वजह से बीएमसी की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। मुंबई में अब तक कुल मामले 3,15,751 तक पहुंच गए हैं। जबकि शहर में अब तक 11,428 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। मुंबई में सबसे ज्यादा एम वार्ड प्रभावित हुआ है। बीएमसी इस वार्ड की कई सोसायटियों को नोटिस भेज कर पाबंदी लागने को कहा है। बीएमसी ने मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सख्त निर्देश जारी किये हैं। बीएमसी की तरफ से जारी ताजा दिशा निर्देश के अनुसार, सभी लोगों के लिए सभी सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना जरूरी किया गया है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे लोकल ट्रेन, बस और ऑटो में यात्रा के दौरान मास्क जरूरी है। किसी भी ऑफिस, वर्क साइट, वर्क प्लेस पर मास्क पहनना जरूरी होगा। कोई भी अधिकारी, स्टाफ बिना मास्क पहने कोई मीटिंग नहीं करेगा या समारोह में शामिल नहीं रहेगा। ऐसा नहीं करने पर सख्त से सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक दिन पहले ही कहा था कि यह राज्य के लोगों को इसका फैसला करना है कि वे लॉकडाउन चाहते हैं या कुछ पाबंदी के साथ मुक्त तरीके से रहना चाहते हैं, मास्क पहनें और भीड़-भाड़ करने से बचें अन्यथा फिर से लॉकडाउन का सामना करना पड़ेगा।
महाराष्ट्र में बीते 24 घंटों में 4787 नए मामले सामने आए हैं। वहीं राज्य में अब तक कुल मरीजों की संख्या 20,76,093 तक पहुंच गई है। राज्य में बीते 24 घंटों में 40 लोगों की मौत हुई है। जबकि राज्य में अब तक कुल 51,631 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। राज्य में फिलहाल सक्रिय मरीजों की संख्या 38,013 है।