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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच, केंद्र सरकार ने आतंक पर शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई तेज कर दी है। एनआईए ने जहां पहलगाम आतंकवादी हमले की जांच अपने हाथ में ले ली है और आतंकी साजिश का पता लगाने के लिए सबूतों की तलाश तेज कर दी है, वहीं नौसेना के युद्धपोतों ने लंबी दूरी के सटीक हमलों के लिए अपनी तैयारी को प्रदर्शित करते हुए सफलतापूर्वक पोत विध्वंसक अभ्यास किया। दोनों देशा के बीच नियंत्रण रेखा पर सप्ताहांत पर भी गोलीबारी हुई है। सेना ने एक बयान में रविवार को कहा कि 26-27 अप्रैल की मध्यरात्रि पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने नियंत्रण रेखा पर बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी। हमारे जवानों ने भी छोटे हथियारों से इसका कड़ा जवाब दिया।
आतंकवादियों पर शिकंजा कसने के लिए आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए ने गृह मंत्रालय के आदेश के बाद रविवार को जम्मू में मामला दर्ज किया और कई टीमों को जांच लगाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय पुलिस की सहायता के लिए एनआईए के महानिरीक्षक (आईजी) के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम घटनास्थल पर भेजी गई है। एनआईए की एक टीम सबूत जुटाने के लिए बुधवार से ही आतंकी हमले वाली जगह पर डेरा डाले हुए है।
एनआईए ने कहा, ‘एनआईए की टीम आतंकवादियों के बारे में सुराग हासिल करने के लिए प्रवेश और निकास बिंदुओं की जांच कर रही है। फॉरेंसिक और अन्य विशेषज्ञों की सहायता से टीम पूरे इलाके की गहन जांच कर रही है।’ इस घातक आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं एवं घटनाक्रम की कड़ियों को जोड़ने के लिए एक महानिरीक्षक, एक उपमहानिरीक्षक और एक अधीक्षक की निगरानी में गठित टीम प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है।
तीनों सेनाएं ऑपरेशनल तैयारियों में भी जुटी हैं। सीमा पर जहां पाकिस्तान की ओर से होने वाली फायरिंग का थलसेना सख्त जवाब दे रही है, वहीं नौसेना लगातार युद्धाभ्यास में जुटी है। उसके युद्धपोतों ने रविवार को लंबी दूरी के सटीक हमलों के लिए अपनी तैयारी को प्रदर्शित करते हुए सफलतापूर्वक पोत विध्वंसक अभ्यास किया। नौसेना के एक अधिकारी ने कहा, ‘भारतीय नौसेना के पोतों ने लंबी दूरी के सटीक आक्रामक हमले के लिए मंचों, प्रणालियों और चालक दल की तत्परता को पुनः प्रमाणित करने और प्रदर्शित करने के लिए पोत विध्वंसक अभ्यास किया।’
वीजा समाप्ति की समय-सीमा के अंतिम दिन रविवार तक लगभग 537 पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़ चुके हैं। इनमें नौ राजनयिक भी शामिल थे। अधिकारी के मुताबिक, पंजाब स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते 14 राजनयिकों और अधिकारियों समेत कुल 850 भारतीय नागरिक भी पिछले चार दिनों में पाकिस्तान से भारत वापस आ चुके हैं।
आतंकवादी तंत्र के खिलाफ कार्रवाई जारी रखते हुए प्राधिकारियों ने बांदीपोरा, पुलवामा और शोपियां जिलों में तीन कथित सक्रिय आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त कर दिया। अबतक संदिग्ध आतंकवादियों के 9 घरों को ध्वस्त किया जा चुका है।
पाकिस्तान इस घटना की जांच में रूस और चीन को शामिल करना चाहता है। रूसी सरकार द्वारा संचालित आरआईए नोवोस्ती समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, ‘मुझे लगता है कि रूस या चीन अथवा पश्चिमी देश इस संकट में बहुत ही सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। उनकी निगरानी में जांच होनी चाहिए, जिससे यह पता लगाया जा सके कि भारत या मोदी झूठ बोल रहे हैं या सच। एक अंतरराष्ट्रीय दल को पता लगाने दें।’
(साथ में एजेंसियां)